कानपुर में सोमवार को प्रो. विनय पाठक के खिलाफ सपा ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पाठक की फोटो पर नोटों की माला चढ़ाई। इस दौरान सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि जहां-जहां पाठक गए। वहां उन्होंने घोटाला किया। कानपुर यूनिवर्सिटी की सावधि जमा एफडी तुड़वा कर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शन के दौरान सपा विधायक ने कहा कि आज तक विनय पाठक की डिग्री सवालों के घेरे में है। उसकी जांच तक नहीं की गई और एक नहीं कई यूनिवर्सिटी का चार्ज उनको सौंप दिया गया। जिस भी यूनिवर्सिटी में रहे वहां भ्रष्टाचार किया। यूनिवर्सिटी की सावधि जमा एफडी तुड़वाकर नई नई बिल्डिंग बनाई गई। इसलिए नहीं बनवाई की यूनिवर्सिटी का विकास हो। बल्कि इसलिए एफडी तोड़ी गई जिससे करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया जा सके।
विधायक ने प्रो. पाठक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके भ्रष्टाचार का पता तब चला। जब उनके करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का कोटा पूरा हो गया। जब खुलासा हुआ तभी हम जान पाए कि इतना महान और सम्मानित व्यक्ति हमारे बीच था। इसलिए उनका सम्मान बहुत जरूरी है। विधायक ने नोटों की माला पहना कर उनकी तस्वीर पर फूल भी चढ़ाए।
सपा विधायक कर रहे हैं प्रदर्शन
आर्य नगर सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने सीएसजेएम यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन को देखते हुए भारी सुरक्षा में फोर्स भी तैनात की गई है। तुस्सी ग्रेट हो नाम से पोस्टर और बैनर भी पार्टी ने छपवाएं हैं। सपा विधायक का कहना है कि विनय पाठक 2 महीने से फरार हैं। इस दौरान पद पर कायम रहते हुए वेतन भी पा रहे हैं। कैंट विधायक मो. हसन रूमी और आरएलडी के पदाधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मामले में राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
एक तीर से दो निशाने साध रही पार्टी
दरअसल, इस विरोध-प्रदर्शन के जरिए समाजवादी पार्टी एक-तीर से दो निशाने साध रही है। कानपुर-उन्नाव सीट पर स्नातक एमएलसी चुनाव होने हैं। नामांकन प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में पार्टी छात्रों के साथ विरोध-प्रदर्शन कर उनका ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित कर रही है। कानपुर में सबसे ज्यादा सवा लाख स्नातक वोटर हैं, ऐसे में कानपुर में सबसे ज्यादा स्नातक युवाओं को अपने पक्ष में करना चाहती है।
अखिलेश यादव भी हैं हमलावर
ये पहला मौका नहीं है जब समाजवादी पार्टी प्रो. विनय पाठक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। इससे पहले भी लगातार अखिलेश यादव उनके खिलाफ बयानबाजी करते आ रहे हैं। विधायक इरफान सोलंकी से जेल में मिलने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान भी अखिलेश ने विनय पाठक पर हमला बोला था।
पद के आगे लगाया फरार कुलपति
सपा ने प्रो. विनय पाठक के पदनाम के आगे फरार कुलपति लगे पोस्टर यूनिवर्सिटी गेट पर जगह-जगह चस्पा किए हैं। सोशल मीडिया पर इसका खूब प्रचार और प्रसार किया जा रहा है। वहीं प्रो. पाठक के केस के मामले में अब सीबीआई जांच करेगी। कुलपति पर घोटाले और नियम विरूद्ध नियुक्तियां समेत अन्य आरोप हैं।