नई दिल्ली: आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप का 13वां संस्करण अक्टूबर 2023 से नवंबर 2023 के बीच भारत में खेला जाएगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारतीय टीम अकेले पूरे टूर्नामेंट का आयोजन खुद करने को तैयार है. वर्ल्ड 2023 को देखते हुए रोहित एंड कंपनी ने तैयारी शुरू कर दी है. भारतीय टीम की हमेशा से ही तेज गेंदबाजी एक कमजोर कड़ी रही है. लेकिन मौजूदा समय में कई युवा होनहार तेज गेंदबाजों के टीम में आ जाने से कंपटीशन काफी बढ़ गया है. ऐसे में बात करें भारतीय टीम की प्रमुख तिकड़ी जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार को इस बार किन तीन युवाओं से प्रमुख चुनौती मिलने वाली है, तो उनके नाम इस प्रकार हैं-
जसप्रीत बुमराह vs उमरान मलिक:
भारतीय टीम के युवा सनसनी तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) ने आईपीएल से ही लोगों को अपना दीवाना बनाना शुरू कर दिया है. जब उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने का मौका मिला तो उन्होंने यहां भी अपनी अमिट छाप छोड़ी. मलिक दिन ब दिन मैदान में और परिपक्व होते जा रहे हैं. वह अगर ऐसे ही सटीक लाइन लेंथ के साथ गेंदबाजी करते रहे तो वह बुमराह के लिए वर्ल्ड कप के अभियान में खतरा साबित हो सकते हैं.
वहीं बात करें अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बारे में तो लगातार चोटिल होने की वजह से उनके खेल पर प्रभाव पड़ा है. पिछली बार जब उन्होंने चोट के बाद भारतीय टीम में वापसी की तो काफी महंगे साबित हुए थे, और विकेट के लिए भी जूझ रहे थे. बुमराह इस बार जब मैदान में वापसी करेंगे तो उनके दिमाग में होगा कि वह अपनी मारक गेंदबाजी से अपना खोया हुआ वर्चस्व वापिस पाएं.
मोहम्मद शमी vs मोहम्मद सिराज:
भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भी युवा खिलाड़ियों से कड़ी चुनौती मिल रही है. रेड बॉल में लगभग अपनी जगह स्थापित कर चूके मोहम्मद सिराज वाइट बॉल क्रिकेट में भी जमकर अपना कहर बरपा रहे हैं. वही अनुभवी तेज गेंदबाज शमी अपने उम्र के आखिरी पड़ाव पर चल रहे हैं. ऐसे में अगर सिराज को शमी की जगह वर्ल्ड कप में जगह मिल जाती है तो इसमें कोई चौकने वाली बात नहीं होगी.
भुवनेश्वर कुमार vs अर्शदीप सिंह:
अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार मैदान में अब पहले जितने मारक नजर नहीं आते हैं. वहीं युवा अर्शदीप ने अपने कुछ ही मुकाबलों में भारतीय टीम में गहरी पैठ बना ली है. गेंद को दोनों तरफ घुमाने की कला अर्शदीप को अन्य गेंदबाजों से अलग बनाती है. वह शुरुआती ओवरों में ही विकेट चटकाने में माहिर हैं. यही वजह है कि लोगों को अर्शदीप में भारत का भविष्य नजर आता है.