नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर यकीनन अब तक के सबसे महान बैटर हैं. मास्टर ब्लास्टर ने 1989 से 2013 तक 24 वर्षों में भारत के लिए 664 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कुल 34357 रन बनाए हैं. उन्होंने भारत के लिए 200 टेस्ट, 463 वनडे और 1 टी20 खेला है. क्रिकेट करियर में उन्होंने दुनिया भर के कई दिग्गज गेंदबाजों का सामना किया, और यह कहना गलत नहीं होगा कि वह ज्यादातर मौकों पर उन पर हावी रहे. शेन वार्न, मुथैया मुरलीधरन, वसीम अकरम, वकार यूनुस, ग्लेन मैक्ग्रा जैसे दिग्गज गेंदबाजों ने तेंदुलकर के खिलाफ खेला है. हालांकि, तेंदुलकर ने पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम की बड़ी प्रशंसा की है जो मैदान पर लंबे समय तक उनके प्रतिद्वंद्वी रहे.
1990 के दशक में सचिन और अकरम मैदान पर एक-दूसरे के घोर विरोधी थे, लेकिन मैदान के बाहर दोनों एक दूसरे को बराबर सम्मान देते थे. जिसका प्रमाण यह है कि सचिन ने अकरम की आत्मकथा ‘सुल्तान ए मेमॉयर’ में विशेष योगदान दिया है.
सचिन ने वसीम अकरम की किताब में लिखा, क्रिकेट एक टीम खेल है. लेकिन सब कुछ बैटर और गेंदबाजों की प्रतिद्वंद पर पीछे चला जाता है. वसीम अकरम के साथ हर बल्लेबाजों की अलग ही प्रतिद्वंदता थी. जब आप किसी ऐसे खिलाड़ी के साथ खेलते हैं जो अनुभवी हो तो उससे आपको फायदा होता है और अनुभव बना रहता है. वसीम सचमुच मास्टर थे.
सचिन ने आगे लिखा, उनका रन-अप इतना स्वाभाविक था. अधिकतर तेज गेंदबाजों के विपरीत उन्हें अपने कदमों को मापने की आवश्यकता नहीं होती थी. वह कहीं से भी शुरू कर सकते थे और फिर भी उतने ही प्रभावी थे. जब मैंने पहली बार उनका सामना किया था तो मैंने कभी वसीम जैसे किसी गेंदबाज का सामना नहीं किया था. मुझे वह हर गेम याद है जो हमने एक-दूसरे के खिलाफ खेला था. हमारी दोस्ती अभी भी बहुत खास है.