यूक्रेन ने रूस पर सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार रात को ऐलान किया था कि उनकी फौज 6 और 7 जनवरी को यूक्रेन पर हमले नहीं करेगी। पुतिन ने यह फैसला रूस के 76 साल के ईसाई धर्मगुरु पेट्रिआर्क किरिल की अपील के बाद किया है।
हालांकि अब यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सैनिक रॉकेट के जरिए उनपर हमला कर रहे हैं। वहीं, रूस ने इस दावे को गलत ठहराया है। रूस का कहना है कि वह सीजफायर का सम्मान करता है। हमले यूक्रेन की तरफ से किए जा रहे हैं, वह बस जवाब दे रहा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन के आबादी वाले इलाकों पर तोपों और रॉकेट से हमले किए। इसके जवाब में यूक्रेनी सैनिकों ने आर्मी टैंक से फायरिंग की। इस वक्त यूक्रेन में बर्फ गिरने के कारण मौसम खराब है। इससे सैनिकों को ड्रोन उड़ाने और निशाना साधने में मुश्किल हो रही है।
एक यूक्रेनी सैनिक ने रॉयटर्स को बताया- आज के दिन के हालात भी वैसे ही हैं, जो एक दिन पहले, उसके पहले, पिछले हफ्ते और पिछले महीने थे। रूस से बात करने का कोई मतलब नहीं है। उसके वादों और फरमानों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
रूस चर्च पर हमले प्लान कर रहा: यूक्रेन मंत्री
रूस के कब्जे वाले इलाकों पर नजर रखने वाली यूक्रेन की मंत्री इरीना वीरेशचुक ने चेतावनी जारी की है। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा- रूस टेंपररी कब्जे वाली जगहों के चर्च पर हमले की प्लानिंग कर रहा है। मैं सभी लोगों को सुरक्षित जगह रहने की अपील करती हूं। आप सभी भीड़ में जाने से बचें और अपनों का ख्याल रखें।
यूक्रेन ने इस सीजफायर को रूस का प्रोपेगैंडा, दोगलापन और एक सोची-समझी चाल बताया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायखेलो पोडोलीक ने ट्विटर पर लिखा- रूस को कब्जे वाले इलाकों को छोड़ना होगा, तभी अस्थायी युद्धविराम लग सकता है।
रूस ने पहली बार किया फुल सीजफायर का ऐलान
पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर हमले के बाद ऐसा पहली बार है, जब रूस ने सीजफायर का ऐलान किया है। रूस और युक्रेन दोनों देश ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस मनाते हैं। यह 7 जनवरी को मनाया जाता है। ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस पूर्वी यूरोप के देशों जैसे रूस, ग्रीस, इथियोपिया और इजिप्ट में भी मनाया जाता है।
रूस और यूक्रेन एक ही चर्च को मानते हैं
यूक्रेन और रूस दोनों ही रशियन ऑर्थोडॉक्स चर्च के अनुयायी हैं, लेकिन यूक्रेनी चर्च को सोवियत युग में कम्युनिस्ट सरकारों के दमन की यादें ताजा हैं। उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता नहीं थी। अब रूसी हमला उन्हें बीते वक्त की याद दिलाता है।
यूक्रेन के ऑर्थोडॉक्स चर्च ने 2019 में रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च से अलग होकर अपने को आजाद कर लिया था। अब यूक्रेन के चर्च को अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों से आर्थिक और अन्य मदद मिलती है। ये रूस को मंजूर नहीं है। दुनिया में करीब 24 करोड़ ऑर्थोडॉक्स ईसाई हैं।
पुतिन ने किया सीजफायर का ऐलान: दो दिन रूसी सेना यूक्रेन पर हमले नहीं करेगी, क्रिश्चियन धर्मगुरु की अपील पर फैसला