पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई, जिसमें लाइट, सड़क, खाली पदों पर नियुक्ति और पोषाहार में अनियमितता के मुद्दे छाए रहे। मीटिंग में मौजूद सरपंच, जिला परिषद सदस्य ने विधायक चंद्रभान सिंह आक्या से इन समस्याओं को दूर करने की मांग करते हुए दिखे। मीटिंग में प्रशासनिक विभाग के भी अधिकारी मौजूद थे, जिनको विधायक ने जल्द से जल्द काम करने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्कूलों में मिलने वाले पोषाहार की जांच के भी निर्देश दिए।
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने बताया मीटिंग में सबसे ज्यादा समस्या लाइट को लेकर सामने आई है। रोजाना दिन के समय 4 से 5 घंटा बिजली कटौती को लेकर किसान परेशान हो रहे हैं। रात को लाइट दिए जाने के कारण वह किसानों के लिए किसी काम का नहीं होता है। चार-पांच सालों से सड़के भी टूटी हुई है। इसको लेकर भी कई सरपंचों ने अपनी बात रखी। इसके अलावा शिक्षा विभाग में कई पोस्ट खाली है। कई स्कूलों में टीचर्स नहीं है। इसको लेकर भी सरपंचों ने मांग की है। इन 4 सालों में राज्य सरकार कोई भी काम नहीं कर पाई। इसको लेकर जनप्रतिनिधियों में आक्रोश भी है। हम जितना हो सके जिला परिषद या पंचायत समिति के माध्यम से सब की समस्याओं को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह का काम सरकार को करना चाहिए वह कर नहीं रही है। यह आपसी झगड़ों में ही उलझी हुई है। सिर्फ वाह वाही लूटने के लिए बातें कर रही है लेकिन धरातल पर कोई भी काम नहीं कर रही है।
मिलावट वाले पोषाहार से परेशान हुए लोग
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने बताया कि पोषाहार को लेकर भी काफी समस्याएं देखने को मिल रही है। सभी जनप्रतिनिधियों का कहना है कि स्कूलों में जो पोषाहार आ रहे हैं, उसमें बारीक कंकर और कई मिलावटी चीजें पाई जाती है। जिसके कारण वह पोषाहार बच्चों को नहीं खिलाया जा रहा है। दलिया, गेहूं, दाल जो भी मिलता है, उन्हें पशुओं को खिलाना पड़ रहा है। इस तरह की समस्या बार-बार आ रही है। भदेसर क्षेत्र में भी कई जगह से ऐसी शिकायतें आई थी। जहां देखा गया कि सच में मिलावट वाला पोषाहार बच्चों को दिया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ में भी प्रधान के सामने इस तरह के मुद्दे आए हैं। इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया है कि वह जहां-जहां से भी शिकायत आए वहां पर्सनली जाकर चेक करें, ताकि इसमें सुधार लाने की कोशिश करें या कोई एक्शन लिया जाए।