इजराइल में बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार इस बार कई धुर कट्टरपंथी दलों के सहयोग पर टिकी है। उन्होंने मंत्रालयों का बंटवारा इसी आधार पर किया है कि यहूदी विचारधारा को किस तरह से और कट्टर बनाया जा सकता है। प्रमुख मंत्रालयों की जिम्मेदारी उन लोगों को दी गई है, जो कट्टरवादी हैं और आधुनिकता से कोसों दूर हैं।
सरकार ने राष्ट्रीय मिशन मंत्रालय के नाम से एक नया मंत्रालय बनाया है। ये मंत्रालय देखेगा कि प्री-प्राइमरी कक्षाओं में यहूदी समर्थित इतिहास बताया जाए, उनके खिलाफ कुछ भी न पढ़ाया जाए। पहले प्री-प्राइमरी कक्षाओं का सिलेबस शिक्षा मंत्रालय तय करता था। राष्ट्रीय मिशन मंत्री को ही यहूदियों के खिलाफ होने वाले आंदोलन से निपटने की जिम्मेदारी दी है।
विरोधी बोले- ये यहूदीवादी मंत्रालय
विरोधियों का कहना है कि ये नया मंत्रालय यहूदीवादी मंत्रालय है। राष्ट्रीय मिशन मंत्रालय का नेतृत्व कट्टरवादी दक्षिणपंथी नेता ओरिट स्ट्रोक करेंगी। इसी तरह से हेरिटेज मंत्रालय भी दक्षिणपंथी नेता अमिहाई एलियाहू को सौंपा गया है। गैर-यहूदियों का कहना है कि एलियाहू इस मंत्रालय में रहते हुए इतिहास को पलटने की कोशिश करेंगे। वे उन ऐतिहासिक इमारतों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं जो गैर-यहूदियों से संबंध रखती हैं।
इजराइल के सुरक्षा मंत्री ने विवादित मस्जिद का दौरा किया
इजराइल के धुर दक्षिणपंथी नेता और देश के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर ने अल-अक्सा मस्जिद का दौरा किया है। इस क्षेत्र में अभी यहूदियों का सीमित प्रवेश है। इजराइली मंत्री के जाने से तनाव बढ़ गया है। दरअसल, यहूदियों का कहना है कि जिस जगह पर आज अल-अक्सा मस्जिद है, वह यहूदियों की पवित्र जगह है, जिसे एक समुदाय ने खंडित करके मस्जिद बना ली थी। वे यहां फिर से मंदिर बनाने की बात करते हैं। फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास ने चेतावनी दी थी कि अल-अक्सा मस्जिद को लेकर इजराइल का कोई भी कदम रेड लाइन को पार करने जैसा होगा।
विरोध: नागरिकता पर इजराइली डायस्पोरा ने अपनी ही सरकार को घेरा
लॉ ऑफ रिटर्न में बदलाव कर दुनियाभर के उन यहूदी प्रवासियों को यहां आने से रोका जाएगा, जिन्होंने किसी दूसरे धर्म में शादी कर ली है। अलियाह मंत्रालय के मंत्री ओफिर सोफेर ने कहा कि केवल उन्हें ही नागरिकता दी जाए जिनके माता-पिता में से एक यहूदी हो। इस पर अमेरिका में रहने वाली यहूदी आबादी ने आपत्ति जताई है। ये आबादी आधुनिक विचारधारा का समर्थन करती है।
आशंका: पूर्व पीएम लैपिड कर सकते हैं तख्तापलट, चिट्ठी में लिखा- लैपिड 2024
इजराइल में पिछले तीन साल में पांच चुनाव हो चुके हैं। यहां सरकारें अपना समय पूरा नहीं कर पाती हैं। इस बार भी इसी की आशंका है। दरअसल, नेतन्याहू की शपथ के बाद पूर्व पीएम येर लैपिड ने उनसे हाथ भी नहीं मिलाया और बाहर निकल गए। फिर नेतन्याहू अपने ऑफिस पहुंचे तो उन्हें टेबल पर हिब्रू में लिखी चिट्ठी मिली, इसमें लैपिड 2024 लिखा था। यह चिट्ठी पूर्व पीएम लैपिड ने छोड़ी थी।