राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने 4 साल के कार्यकाल में अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। यह दावा किया है बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने। बुधवार को बीजेपी मुख्यालय में त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। प्रदेश में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महिला अपराध रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सत्ता बचाने के लिए अपने ही विधायकों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करवा रहे हैं। जिससे सत्ता लोभी कांग्रेस का असली चेहरा सबके सामने आ गया है। ऐसे में इस बार भारतीय जनता पार्टी को राजस्थान की जनता गुजरात और यूपी की तरह प्रचंड बहुमत देकर सत्ता में लाएगी।
कांग्रेस ने कांग्रेसियों को बनाया देशद्रोही
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में देशद्रोह कानून को खत्म करने की बात कही थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि इसका गलत उपयोग किया जा रहा है। लेकिन 2019 के बाद राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने ही इसका सबसे पहले इस्तेमाल किया। जब उनकी पार्टी के कुछ विधायकों ने नाराजगी जाहिर की। तो कांग्रेस की सरकार ने उनके खिलाफ देशद्रोह के तहत मुकदमे दर्ज करवा दिए। इससे कांग्रेस की कथनी और करनी का अंतर जगजाहिर हो गया।
अपराध की राजधानी बना राजस्थान
त्रिवेदी ने कहा कि पिछले 4 साल में राजस्थान में कानून व्यवस्था बद से बदतर स्थिति में पहुंच गई है। महिलाओं और बालिकाओं के साथ हर दिन बदसलूकी हो रही है। पिछले 4 साल में 1 लाख 70 हजार मुकदमे महिला हिंसा के दर्ज हो चुके हैं। राजस्थान देश में अपराध की राजधानी बन चुका है। वहीं पिछले कुछ वक्त में शांत राजस्थान में देश विरोधी संगठन माहौल बिगाड़ रहे हैं। कट्टरपंथी ताकतें खुलेआम आम आदमी की गर्दन काट रही है। लेकिन कांग्रेसी नेता खुद को गांधीवादी बता कर सिर्फ सत्ता बचाने में जुटे हुए हैं।
CM को शर्म आनी चाहिए
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाले अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। जिसपर सरकार के एक मंत्री कहते हैं कि राजस्थान में रेप इसलिए बढ़ रहे। क्योंकि यह मर्दों का प्रदेश हैं। वहीं मुख्यमंत्री गहलोत महिलाओं की ओर से दर्ज किए कराए गए 56% मुकदमों को ही झूठा बता रहे है। इससे महिलाओं के प्रति कांग्रेस संवेदनहीनता अब जग जाहिर हो चुकी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पेपर हुआ लीक
सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान पेपर लीक में रिकॉर्ड तोड़ रहा है। परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो जाता है। जिससे प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है। लेकिन पेपर लीक का यह पहला मामला नहीं है। कांग्रेस पार्टी में तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का पेपर भी लीक हो गया था। जिसमें यह पता चला था कि अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले हैं। उसके बाद उनकी पार्टी में बगावत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ।
जिसमें संभावित राष्ट्रीय अध्यक्ष के उम्मीदवार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर उनकी पार्टी के अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष भी बागी हो गए थे। जो लोग आब्जर्वर बनकर आए उनसे कोई मिलने नहीं गया। केंद्रीय नेतृत्व भी बेबस हो गया। इसके बाद पूरे देश ने देखा कि उनकी पार्टी के नेता एक दूसरे के लिए किस तरह खुले मंच पर एक शब्द बोल रहे थे।
कंफ्यूज हैं राहुल गांधी
सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी हिंदुत्व के मामले में कंफ्यूज हैं। उन्होंने कहा कि बीते साल जयपुर में महंगाई को लेकर रैली हुई थी। लेकिन राहुल गांधी ने भाषण हिंदू बनाम हिंदुत्व पर दिया। अब राहुल गांधी बात बेरोजगारी की करते हैं। लेकिन भाषण हिंदुत्व पर देते हैं। ऐसे में राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी ही कंफ्यूज है।
राम राजा बनेंगे तब बोलेगे जयसियाराम
त्रिवेदी बोले कि हम जय श्री राम इसलिए बोल रहे हैं। क्योंकि अभी राम जन्मभूमि पर मंदिर बन रहा है। इसके बाद बड़े होकर राजाराम बनेंगे, तब सीता आएगी। अभी तो बालक राम ही है। इसलिए हम लोग जय श्री राम बोलते हैं। लेकिन यह बात बालक बुद्धि वाले कांग्रेसी नहीं समझ पाएंगे।
राजस्थान में 2 पायलट
त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में हर मोर्चे पर कन्फ्यूजन है। राजस्थान में भी सत्ता को लेकर कंफ्यूजन काफी बढ़ गया है। क्योंकि एक जहाज को दो पायलट चला रहे हैं। इसमें एक पायलट अलग रास्ते पर जाना चाहता है। जबकि दूसरा पायलट अलग रास्ते पर जा रहा है। जिससे राजस्थान की जनता भी कंफ्यूज हो रही है।
2014 से पहले क्या उद्योगपति रेडी-पट्टी लगा रहे थे
सांसद त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेसी नेता लगातार बीजेपी पर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हैं। इसलिए मैं पूछना चाहता हूं, कांग्रेस पार्टी के नेताओं से क्या 2014 से पहले हमारे देश के उद्योगपति रेडी-पट्टी लगाकर काम कर रहे थे। या फिर उससे पहले कोई उद्योगपति भारत में था ही नहीं। उन्होंने कहा कि जब राजस्थान इन्वेस्टमेंट सबमिट थी। तो उनकी ही पार्टी के नेता ने उन्हीं उद्योगपतियों को मंच पर अपने बाजू में बिठाया था। राहुल गांधी भी उनके नाम के साथ जी लगाते है। इससे कांग्रेस की कथनी और करनी का अंतर पता चलता है।