देश की पहली रैपिड रीजनल रेल को OHE वायर से कनेक्ट कर दिया गया। 25 KB की क्षमता पर चार्ज करके इस ट्रेन को दुहाई डिपो से गाजियाबाद तक मंगलवार को चलाया गया। हालांकि NCRTC का स्पष्ट तौर पर कहना है कि इसे ट्रायल रन नहीं कहा जा सकता। ट्रायल रन विधिवत रूप से जल्द किया जाएगा।
NCRTC प्रवक्ता पुनीत वत्स ने कहा, ट्रायल रन से पहले ओएचई वायर, ट्रैक, टेलीकॉम, सिग्नलिंग, रोलिंग स्टॉक आदि की अलग-अलग जांच की जाती है। उसी क्रम में 25 केवी क्षमता पर रैपिड रेल को चार्ज किया गया है। जिसके बाद इन ट्रेन को दुहाई डिपो से गाजियाबाद तक चलाकर देखा गया।
विद्युत परीक्षण के लिए ट्रेन को पहली बार दुहाई डिपो से बाहर निकाला गया है। ये सभी इंजीनियरों, टेक्नीशियन, आर्किटेक्ट और कर्मचारियों के लिए अनोखा व पहला अनुभव रहा। ये परीक्षण सफल रहा। ट्रेन को दुहाई स्टेशन से गुलधर स्टेशन ले जाया गया। जिसमें इसकी रफ्तार 5 किलोमीटर प्रतिघंटा रही।
OHE परीक्षण सफल रहने के बाद ट्रेन को गुलधर स्टेशन से गाजियाबाद स्टेशन की तरफ बढ़ाया गया। इस दौरान ट्रेन को ऑपरेटर ने ट्रेन कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम (टीसीएमएस) के तहत मैन्युअल तरीके से चलाया। गाजियाबाद से दुहाई डिपो तक वापस लाते वक्त ट्रेन की रफ्तार 25 किलोमीटर प्रतिघंटा रही।
NCRTC प्रवक्ता पुनीत वत्स ने कहा कि ओएचई वायर को इंस्टॉल करने का काम आखिरी चरण में पहुंच चुका है। जल्द ही फर्स्ट फेज में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक ट्रायल रन की शुरुआत की जाएगी। जबकि इस फेज में रैपिड रेल का विधिवत संचालन मार्च-2023 से प्रारंभ होगा।