ईरान में जारी हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के बीच वहां के काफी मशहूर लेखक मेहदी बहमन को मौत की सजा सुनाई गई है। मेहदी बहमन ने इजरायल के एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने ईरान की सरकार की बुराई की थी। ईरान ने इंटरव्यू के तुरंत बाद बहमन को गिरफ्तार कर लिया था।
बहमन ने अपने इंटरव्यू में ईरान में इस्लामिक कानून लागू करने की निंदा की थी। साथ ही उन्होंने इजरायल और ईरान के बीच रिश्तों को ठीक करने पर जोर दिया था।
मेहदी बहमन पर जासूसी का आरोप लगाया
मेहदी बहमन ईरान के जाने-माने लेखक हैं। वो शिया धर्मगुरू मासूमी तेहरानी के साथ कई धर्मों से जुड़े आर्ट वर्क पर काम कर चुके हैं। ईरान ने उन पर जासूसी का आरोप लगाया है।
मेहदी बहमन को जिस इटंरव्यू के लिए मौत की सजा सुनाई गई है वह हिजाब विरोधी प्रदर्शन शुरू होने से पहले अप्रैल 2022 में दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनको मौत की सजा देने के लिए हिजाब विरोधी प्रदर्शनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ईरान के प्रदर्शन 500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं
ईरान में 22 सितंबर को महासा अमीनी की मौत के बाद हिजाब विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए थे। इन प्रदर्शनों में अब तक 500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। जिनमें 69 बच्चे भी शामिल हैं। ईरान प्रदर्शनकारियों को फांसी की सजा दे रहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक ईरान में 26 लोगों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है।
ईरान में हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शनों से निपटने के लिए वहां की सरकार अलग-अलग तरीके अपना रही है। कहीं प्रदर्शनकारियों की आंखों को निशाना बनाया जा रहा है तो कहीं उन्हें डिटेन करने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ईरान में जारी प्रदर्शनों को रोकने के लिए वहां की सरकार अब नाबालिगों को भी मौत की सजा सुना सकती है। द वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के लिए 3 नाबालिगों को आरोपी ठहराया है।