मथुरा में ईदगाह अमीन निरीक्षण की प्रक्रिया 20 जनवरी तक रोक दी गई है। मामले में सोमवार को मुस्लिम पक्ष ने सिविल जज सीनियर डिवीजन (तृतीय) सोनिका वर्मा की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था। इस प्रार्थना पत्र में मुस्लिम पक्ष ने कहा कि हमें सुने बिना ही अमीन निरीक्षण का आदेश दिया गया।
वहीं, दूसरी तरफ हिंदू पक्ष ने जल्द से जल्द सर्वे कराये जाने की मांग कोर्ट से की है। मुस्लिम पक्ष इन सभी मांगों को लेकर चल रहे केसों को नॉन मेंटेबल बताया है। इस वक्त मथुरा कोर्ट में 10 से ज्यादा वाद दाखिल हैं।
मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट से दिए गए आदेश को रिकॉल करने के लिए आवेदन दाखिल किया है। इसके साथ ही मांग की है कि जब तक उनको सुन नहीं लिया जाए, तब तक अमीन द्वारा निरीक्षण न किया जाए। इस पर कोर्ट ने 20 जनवरी की तारीख दी।
मुस्लिम पक्ष के वकील नीरज शर्मा ने बताया कि जब तक दाखिल प्रार्थना पत्र पर कोर्ट सुनवाई नहीं कर लेता, तब तक कोर्ट अमीन निरीक्षण नहीं करवाया जाएगा। शाही ईदगाह के कोर्ट अमीन से निरीक्षण कराने और मैपिंग रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के मामले में फिलहाल 20 जनवरी के बाद ही सर्वे हो सकेगा।
आज कोर्ट कमीशन बनाकर सर्वे कराने की होगी मांग
श्री कृष्ण जन्मस्थान शाही ईदगाह मामले में मंगलवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास कोर्ट कमीशन बनाकर सर्वे करने की मांग को लेकर दाखिल वाद में जल्द सुनवाई करने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल करेगा। श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास कोर्ट से मांग करेगा कि कोर्ट कमीशन बनाकर शाही ईदगाह का सर्वे जल्द कराया जाए।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह का दावा है कि शाही ईदगाह में सनातन संस्कृति के चिह्न मौजूद हैं। शाही ईदगाह में मांगलिक निशान हैं, इसलिए वहां कोर्ट कमीशन बनाकर सर्वे करना बहुत आवश्यक है। बनारस में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हुए सर्वे की तरह ही यहां भी वीडियोग्राफी होनी चाहिए। ताकि सच सबके सामने आ सके।
उन्होंने बताया कि वो मंगलवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में कोर्ट कमीशन द्वारा सर्वे कराये जाने की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दाखिल करेंगे।