UP में नंबर-3 पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने लखनऊ में थीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि 2023 में अपना दल को नंबर-1 बनाना है। अनुप्रिया ने कहा कि OBC आरक्षण के बिना यूपी में निकाय चुनाव नहीं होगा। हम दावे नहीं, हमारी पार्टी काम करती है, यही वजह है कि हम आज यूपी में नंबर-3 पार्टी हैं
सवाल : आज आपने बैठक की है। क्या संकल्प लिया गया, क्या निर्देश दिए गए?
जवाब : सबसे खास बात ये है कि वर्ष 2023 में पहली बैठक के लिए पूरा पार्टी परिवार इकट्ठा हुआ है। 2023 में पार्टी की रूपरेखा तैयार की गई है। निर्देश दिए गए हैं कि ये साल उपलब्धियों से भरा हो।
सवाल : पार्टी को नंबर-1 बनाने का संकल्प लिया गया। क्या अब भाजपा और सपा पीछे हो जाएगी?
जवाब : हर राजनीतिक दल आगे बढ़ना चाहता है। मेरे कार्यकर्ता दिन से रात मेहनत करते हैं। हमारे अपने संगठन को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। नए साल में नए संकल्प है। इसी संकल्प के साथ हम लोग आगे काम करेंगे। 2023 में और भी उपलब्धियों में अपना दल (एस) बढ़ेगा।
सवाल: OBC आरक्षण को लेकर विभिन्न पार्टियां अलग-अलग दावे कर रही हैं आप सबसे ज्यादा दोषी किसे मानते हैं?
जवाब : विभिन्न राजनीतिक दल दावा करते हैं। अपना दल (एस) काम करता है। पिछड़े, दबे, कुचले और वंचित वर्ग का कोई भी मुद्दा रहा हो, अपना दल आवाज उठाने से पीछे नहीं हटा है। निकाय चुनाव को लेकर भी हम लोगों ने स्पष्ट अपना मत रखा है। OBC आरक्षण निर्धारण किए बिना ये चुनाव कराना उचित नहीं है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार ने त्वरित एक्शन लिया है। आयोग का गठन किया है। आयोग की पहली बैठक भी संपन्न हो चुकी है बहुत जल्दी देखेंगे निकाय चुनाव पिछड़ों के निर्धारण के साथ संपन्न होगा।
सवाल: 2024 लोकसभा में अपना दल (एस) कितनी सीटें जीत सकती है?
जवाब : सीटों के फेर में कभी हम पड़ते नहीं हैं। निरंतर पूरे प्रदेश में हम काम करते हैं। बड़े-बड़े दावे हम करते नहीं हैं। हम सिर्फ काम करते हैं और परिणाम लाते हैं।
सवाल: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा यूपी में प्रवेश कर रही है, क्या असर हो सकता है?
जवाब : भारत जोड़ो यात्रा इसलिए की जा रही है, क्योंकि संगठन की स्थिति बहुत बुरी है। ऐसे में पार्टी को खुद को आगे बढ़ाना है। वही किया भी जा रहा है। मगर उनके लिए पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता ही काफी है। गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाएं, आम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। आने वाले 2024 के चुनाव में NDA की सरकार बनेगी और वो भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में।
सवाल: जातीय जनगणना होनी चाहिए या नहीं?
जवाब : जाति जनगणना 2021 में होनी चाहिए थी। इसमें अभी थोड़ा विलंब हो रहा है। जाति जनगणना जरूर होनी चाहिए, ताकि पता चले कि हमारे देश के अंदर सामाजिक ढांचे में जो विभिन्न-विभिन्न जाति समुदाय के लोग रहते हैं। उनकी सही संख्या के आंकड़े क्या हैं। इनकी संख्या के साथ-साथ शैक्षिक पिछड़ेपन और सामाजिक दृष्टि से उनकी क्या तस्वीर है। ये पता चलाना चाहिए।
निकाय चुनाव में अपना दल (एस) पूरी दमदारी से हिस्सा लेगी
उन्होंने कहा कि 2022 में पार्टी को कुछ उपलब्धियां मिलीं हैं। मगर इससे हमें संतोष नहीं करना है। 2023 में भी अपना दल के लिए इतिहास में कुछ नया दर्ज होना चाहिए। ऐसा संकल्प लेकर हमें यहां से जाना है।निकाय चुनाव में दमदारी के साथ चुनाव लड़ेंगे। अपना दल (एस) निकाय चुनाव में पूरी दमदारी के साथ प्रतिभाग करेगी। सहयोगी दल होने के नाते हम लोगों की बातचीत चल रही है। चुनाव की घोषणा से पहले तस्वीर साफ हो जाएगी। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार दोनों जगह मंथन चल रहा है। पिछड़ों के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पिछड़ों के सम्मान के लिए जो भी कदम उठाना पड़ेगा पार्टी उसे उठाएगी।
बूथ स्तर पर कार्यकर्ता संगठन मजबूत करें
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने संगठन ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों की घोषणा शुरू हो गई है। मंचों के प्रदेश अध्यक्षों की एक सूची जारी कर दी गई है। प्रदेश कमेटी सहित शेष बचे मंचों की घोषणा जल्द कर दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि साल 2023 हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इस वर्ष संगठन को हर बूथ स्तर तक पहुंचाकर हम दम लेंगे। इसके लिए हमें दिन रात मेहनत करनी पड़ेगी।