अमेरिका में आधे से ज्यादा आबादी अल्ट्रा प्रोसेस फूड खाने के आदी हो चुकी है। इस तरह के भोजन में चीनी और वसा (फैट) की मात्रा ज्यादा होती है, जो हमारे ब्रेन को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। इससे ब्रेन में हॉर्मोन का स्तर असंतुलित हो जाता है। वहीं याददाश्त कमजोर होने का जोखिम भी ज्यादा होता है।
दरअसल, मिशिगन यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुए एक शोध में सामने आया कि मीठा खाना आपकी एक आदत भी हो सकती है। जब कोई व्यक्ति अपनी पसंद की मिठाई खाता है, तो उसकी बॉडी में डोपामाइन नाम का एक हॉर्मोन रिलीज होता है। यह हमारी मीठा खाने की इस आदत को और बढ़ाता है।
अमेरिका में लोगों को चीनी-वसा की लत
अक्सर लत को लोग धूम्रपान और शराब पीने की आदत से जोड़कर देखते हैं, लेकिन अमेरिका में 14% वयस्कों और 12% बच्चों में चीनी और वसा युक्त भोजन खाने की लत है। विशेष रूप से छुट्टियों के दौरान। मिशिगन यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर एशले गेरहार्ट कहते हैं कि चीनी और वसा युक्त भोजन से रिलीज होने वाला डोपामाइन आनंद नहीं बढ़ाता है। यह हमें उन व्यवहारों को दोहराने के लिए प्रोत्साहित करता है।
वसा-चीनी से डोपामाइन 200% बढ़ता है
जितना ज्यादा डोपामाइन जारी होता है, उतनी ही ज्यादा संभावना है कि हम उस व्यवहार को दोहराएंगे। वर्जीनिया टेक के फ्रालिन बायोमेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहायक प्रोफेसर एलेक्जेंड्रा डिफेलिसेंटोनियो कहते हैं कि करोड़ों लोग इससे प्रभावित हैं। वसा और चीनी से डोपामाइन सामान्य स्तर से 200% तक बढ़ जाता है। लिहाजा हमें अक्सर डॉक्टरों की सलाह से हेल्दी खाना खाना चाहिए।