नागौर: कर्म करते जाओ फल की इच्छा मत करो… यह वाक्य हम लोग सदियों से सुनते आ रहें हैं. लेकिन इसे सच साबित करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती हैं. राजस्थान के नागौर के रहने वाले राजेश बिश्नोई की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उन्होंने बताया कि वो रोजना 12-13 घंटे मेहनत करके आज इस मुकाम तक पहंचे हैं. राजेश एक लेप्ट आर्म स्पिनर हैं. जो फिलहाल रणजी ट्रॉफी में मेघालय की टीम से खेल रहे हैं.
राजेश बिश्नोई का जन्म 1990 में नागौर के एक छोटे गांव चावण्डियां में हुआ. इनके पिताजी पुलिस कर्मी रहे हैं. इन्होंने छोटी सी उम्र में ही क्रिकेट खेलना शरू कर दिया था. इनके क्रिकेट के प्रति दीवानगी देखकर माता – पिता ने भरपुर सहयोग किया. जिसके चलते आज वो मेघालय टीम के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं.
तीन टीमों से खेले क्रिकेट
राजेश बिश्नोई ने कहा, ‘अबतक तीन टीमों से रणजी खेल चुका हूं. सबसे पहले राजस्थान टीम के लिए, बाद में अरुणाचल प्रदेश के लिए वही वर्तमान समय में मेघालय टीम के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं’. राजेश ने बताया कि उन्होंने खेलने के साथ पहले रेलवे में काम किया . वही वर्तमान समय में वो भारतीय रिजर्व बैंक जयपुर में सहायक प्रबंधन की पोस्ट पर हैं.
सबसे अधिक विकेट लेने वाले बॉलर
राजेश ने मौजूदा रणजी सीज़न में तहलका मचा रखा है. उन्होंने इस सीज़न में अब तक सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं. अब तक उन्होंने तीन मैच में 26 विकेट लिए हैं. उन्हें दो मैचो में मैन ऑफ दे मैच चुना गया.
भारतीय टीम में खेलने का सपना
राजेश बिश्नोई ने बताया कि मेरा सपना भारतीय टीम में खेलने का हैं. इसके लिए मै लगातार मेहनत करता रहूंगा. 32 साल के राजेश ने साल 2016 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था.