पटना. लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष के तरफ से पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर पूरे देश भर में सियासत गरमाई हुई है. इस बीच राहुल गांधी के यात्रा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का बयान सामने आने के बाद अब बिहार की राजनीति गर्मा गई है. कमलनाथ के बहाने बीजेपी को नीतीश कुमार पर हमला करने का एक बड़ा मौका मिल गया है और महागठबंधन बैकफुट पर नजर आ रहा है. हालांकि, अपनी स्थिति नीतीश कुमार ने भी स्पष्ट कर दी है.
बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान पर तंज कसते हुए सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के कमलनाथ ने सीएम नीतीश कुमार को उनकी हकीकत बता दिया है कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी ही हैं, नीतीश जी नहीं. सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश जी को अपनी हकीकत समझनी चाहिए. अगर पहले से समझे होते तो आज कांग्रेस पार्टी ने खुलकर इनकी हकीकत सबके सामने नहीं रखा होता.
सम्राट चौधरी ने कहा, जैसे 70 फीसदी हिंदुस्तान गांवों में बसता है ठीक वैसे हमारे बिहार के लोगों की आत्मा भी गावों में बसती है. जहां की एक कहावत बड़ी प्रचलित है- झूठे की फुटानी. नीतीश जी भी कई महीनों से लगातार झूठमूठ की फूटानी कर रहे हैं. जिसको कांग्रेस ने आज सार्वजनिक तौर पर बताने का काम किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश जी भले ही कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक घूम लें उससे कोई फायदा होने जाने को नहीं है. इस देश का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिनपर देश की जनता का अटूट विश्वास है, जो देश को 100 साल आगे ले जाने की सोच रखते हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के बयान के बाद अब सवाल यह उठ रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस अभियान का क्या होगा जिसमें वह सभी को एक साथ लाने की बात करते थे. कमलनाथ के बयान सामने आने के बाद नीतीश कुमार ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि वे चाहते हैं सभी को एक साथ लाएं और मिल बैठकर चीजों को तय करें. मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नही हूं. मुझे प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश नहीं है. मैं चाहता हूं सभी विपक्ष के लोग एकजुट रहें और मजबूती से चुनाव लड़े.