वाराणसी के दो विश्वविद्यालयों में आज 1 लाख दो हजार 592 छात्रों को उपाधियां और 124 गोल्ड मेडल मिल रहे हैं। आज सत्र 2021-22 का महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 44वां और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का 40वां दीक्षांत समारोह चल रहा है। काशी विद्यापीठ में 85,192 और संपूर्णानंद में 17,400 छात्रों को स्नातक और परा स्नातक की डिग्री दी जानी है।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने काशी विद्यापीठ के 65 मेधावियों को 76 गोल्ड मेडल दिया। मुख्य मंच से 10 टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए। इसमें यूजी और पीजी दोनों छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इससे पहले दीक्षांत समारोह के मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और कुलपति के वेलकम एड्रेस के साथ हुई।
राज्यपाल ने कहा कि काशी विद्यापीठ में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल छात्राओं को मिला। भाईयों, आज महिलाओं से मुकाबला नहीं कर पा रहे हो। मालूम हो कि विद्यापीठ में गोल्ड मेडल पाने वाले मेधावियों में 49 छात्राएं शामिल हैं। राज्यपाल ने कहा कि आज छात्राएं लड़कों से आगे हो गईं हैं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि यह स्थिति आगे समाज में असमानता को जन्म देगी। आगे चलकर लड़कियों को अपने शिक्षा स्तर के बराबर शादी के लिए लड़के नहीं मिलेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि UN ने अपने 10 प्रोजेक्ट में नमामि गंगे को शामिल किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत बनारस के घाटों को विश्वस्तरीय बना दिया गया।
UG की 55 हजार से ज्यादा उपाधियां
काशी विद्यापीठ में UG की 55,561 और PG की 30,131 डिग्रियां दी जा रहीं हैं। 45 स्कॉलरों को PhD की उपाधियां नवाजी गईं। इसके अलावा 16 ग्रेजुएट और 46 पोस्ट ग्रेजुएट के साथ ही 2 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल दिए गए। एक-एक गोल्ड मेडल यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट टॉपर को दिया गया। हिंदी की डॉ. अर्चना पांडेय को डी. लिट की उपाधि मिली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल काशी विद्यापीठ के 65 मेधावियों को 76 गोल्ड मेडल दिए गए। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर पूरे 85,192 उपाधियां बांटी जा रहीं हैं।
इन्हें मिले सबसे ज्यादा मेडल
पीजी में सबसे ज्यादा 3 मेडल निष्ठा द्विवेदी और सुनीता कुशवाहा को दो गोल्ड मिले। वहीं UG में आंचल राय को सबसे ज्यादा दो गोल्ड मेडल मिले। उत्कृष्ट खिलाड़ियों में किक बॉक्सर मुस्कान बिजलानी और तीरंदाजी में सौरभ मौर्या को गोल्ड मेडल दिया गया।
कुलपति बोले- हमने कराया सबसे बड़ा रोजगार मेला
विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ही आधार पर चल रहा है। महिला अध्ययन केंद्र, राष्ट्रीय सेवा योजना और छात्र कल्याण केंद्रों द्वारा शिक्षा के काम को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। वहीं, कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कई बार कैंप भी लगाए गए हैं। इस विश्वविद्यालय परिसर में 40 कंपनियों ने कैंपस प्लेसमेंट के लिए रोजगार मेला लगाया। यहां पर यूपी के 17 जिलों के 5 हजार से ज्यादा छात्रों ने सहभागिता की। हम पुरातन और संस्कृति को सहेजने का भी काम कर रहे हैं। यहां पर नवाचार भी किया जा रहा है।
संपूर्णानंद में बटेंगी 17 हजार से ज्यादा उपाधियां
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में 6 तरह की कुल 17 हजार से ज्यादा उपाधियां दी जाएंगी। इसमें डी. लिट की एक , PhD की 39, शिक्षाशास्त्र, आयुर्वेद, आचार्य की 5088 उपाधियां, शास्त्री की 7954 और मध्यमा की 1088 उपाधियां दी जानी हैं। शिक्षाशास्त्र, आयुर्वेद और अन्य 519 डिग्रियां भी दी जाएंगी। दोपहर 2 बजे राज्यपाल आनंदी बेन पटेल संस्कृत विश्वविद्यालय के 31 मेधावियों को 60 गोल्ड मेडल देंगी। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर पूरी 17,400 उपाधियां बांट दी जाएंगी।
संपूर्णानंद के अभिषेक शुक्ल को सबसे ज्यादा 9 मेडल दिए जाएंगे। अभिषेक नव्य व्याकरण के छात्र हैं। शाश्वत निर्भय को 4 मेडल और स्मिता-आराधना पांडेय को 3-3 मेडल दिए जाएंगे।डिग्रियां आचार्य की 5088 उपाधियां, शास्त्री की 7954 और मध्यमा की 1088 उपाधियां दी जानी हैं। 31 दिसंबर को दोपहर 2 बजे राज्यपाल आनंदी बेन पटेल संस्कृत विश्वविद्यालय के 31 मेधावियों को 60 गोल्ड मेडल देंगी। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर पूरी 17,400 उपाधियां बांट दी जाएंगी। संपूर्णानंद के अभिषेक शुक्ल को सबसे ज्यादा 9 मेडल दिए जाएंगे। अभिषेक नव्य व्याकरण के छात्र हैं। शाश्वत निर्भय को 4 मेडल और स्मिता-आराधना पांडेय को 3-3 मेडल दिए जाएंगे।