उत्तर प्रदेश में कोविड मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। शनिवार सुबह आई रिपोर्ट में 7 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। महाराजगंज में एक दिन में 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इसके अलावा गोरखपुर, बहराइच, गोंडा और प्रयागराज में भी 1-1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
इस दौरान 6 मरीज रिकवर भी हुए। फिलहाल प्रदेश में कुल 50 एक्टिव केस हैं। इनमें से 43 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। बाकी अस्पतालों में भर्ती हैं। इस महीने में अब तक राज्य में कुल 101 कोविड पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं।
यहां मिले पॉजिटिव केस
शुक्रवार को प्रदेश भर में 42 हजार 520 जांच की गई हैं। पॉजिटिव आए मरीजों में 3 की जांच जिला अस्पताल में हुई हैं। वहीं 2 मरीज की RT-PCR जांच निजी पैथोलॉजी में हुई। इसके अलावा 2 मरीजों की एंटीजन जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यूपी में सबसे ज्यादा जांच अलीगढ़ में हुई। यहां एक दिन में 2282 कोविड सैंपल की जांच हुई। इसके अलावा लखनऊ में एक दिन में कुल 893 सैंपल की जांच की गई हैं।
प्रदेश के इन जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस
यूपी में फिलहाल कोरोना संक्रमण के 50 एक्टिव केस हैं। फिलहाल सबसे ज्यादा मामले मेरठ में हैं। यहां 7 एक्टिव केस हैं। वहीं कुशीनगर में 6 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा अम्बेडकर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गोरखपुर और लखनऊ में 4-4 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा महाराजगंज और अमरोहा में 3-3 एक्टिव मरीज हैं।
नए साल का जश्न मनाने में बरतें सतर्कता
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच अब एक्सपर्ट्स ज्यादा अलर्ट रहने की बात कह रहे हैं। यूपी के सबसे बड़े जिला अस्पताल बलरामपुर के निदेशक और वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सक डॉ. रमेश गोयल ने बताया कि कोरोना के संभावित खतरे को लेकर बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत हैं। विशेषतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहना होगा। फिलहाल कोरोना संक्रमण नियंत्रण में हैं, लेकिन हालात बिगड़े इससे पहले अलर्ट होना जरूरी हैं।
जिन मरीजों को पहले से ही गंभीर रोग हैं उन्हें भी ज्यादा एहतियात बरतना होगा। भीड़-भाड़ वाली जगह से बचने के अलावा मास्क के प्रयोग से संक्रमण से बचा जा सकता हैं।
कोरोना मरीजों के लिए 3800 वार्ड रिजर्व
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कोरोना से मुकाबले की तैयारियों पूरी हैं। राजधानी के अस्पतालों में लगभग 3 हजार 872 बेड वर्किंग हैं। इसमें आईसोलेशन से लेकर वेंटिलेटर तक की सुविधा है।