माघ मेला नो प्लास्टिक जोन घोषित प्रयागराज में.प्लास्टिक का प्रयोग करने वाले श्रद्धालुओं को कपड़े का झोला निगम देगा

 माघ मेला नो प्लास्टिक जोन घोषित प्रयागराज में.प्लास्टिक का प्रयोग करने वाले श्रद्धालुओं को कपड़े का झोला निगम देगा

प्रयागराज में संगम किनारे जनवरी से माघ मेला शुरू होगा। इस बार माघ मेले को स्वास्थ्य विभाग नो प्लास्टिक जोन घोषित किया है। मेले में जो भी श्रद्धालु प्लास्टिक का बैग लिए दिखाई देंगे। स्वास्थ्य विभाग और निगम की टीम उन्हें कपड़े का बना झोला देगी। साथ ही पॉलीथिन का प्रयोग न करने की अपील करेगी। मेले को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए 3000 पॉल्यूशन फ्री टॉयलेट बनाए गए हैं। वहीं, माघ मेले में पर्यटकों को लुभाने के लिए नावों को कई रंगों से पेंट कराया जा रहा है।

प्लास्टिक मुक्त माघ मेले के लिए गांधीगिरी का फार्मूला

मेला प्रभारी अरविंद सिंह चौहान ने बताया,  मेले में 6 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है। संगम में पहुंचने श्रद्वालुओं को प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। मेले में प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। पहली बार माघ मेले में प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए शासन की तरफ से गांधीगिरी की जाएगी।

माघ मेले के स्वच्छता प्रभारी डॉ. आनंद सिंह ने बताया, अगर कोई श्रद्धालु मेला क्षेत्र में प्लास्टिक के बैग इस्तेमाल करते दिखाई देगा तो उसे मेले में ही प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े का बैग निशुल्क दिया जाएगा। मेला क्षेत्र में लगाए जा रहे LCD स्क्रीन पर स्वच्छ भारत मिशन कैंपेन और प्लास्टिक मुक्त माघ मेले से संबंधित मैसेज भी चलाये जाएंगे।

 स्वच्छता में महाकुंभ की रेप्लिका बनने को तैयार माघ मेला

माघ मेले को इस बार आगामी महाकुंभ के विज़न को ध्यान में रखकर बसाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। सरकार इसके लिए माघ मेले में 2019 कुंभ मेले में अमल में लाई गई स्वच्छता व्यवस्था को नए रूप में उतारने जा रही है।

यूपी सरकार की तरफ से साल 2019 कुंभ मेले में अमल में लाइ गई स्वच्छता व्यवस्था से सीख लेते हुए इस बार पूरे मेला क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए बड़े पैमाने पर लाने की योजना बनाई गई है। माघ मेला अधिकारी अरविन्द सिंह चौहान के मुताबिक माघ मेला को खुले में शौच मुक्त और प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए शासन संकल्पित है। स्वच्छता को देखते ही टॉयलेट की व्यवस्था और सफाई कर्मियों की तैनाती पर शासन का जोर होगा ।

मेले में 17,400 बनाएंगे जाएंगे शौचालय

माघ मेले के स्वच्छता प्रभारी डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि माघ मेले को खुले में शौच मुक्त रखने के लिए मेला क्षेत्र मेला क्षेत्र में 17,400 शौचालय लगाए जा रहे हैं। इन टॉयलेट्स में 1400 एफआरपी  टॉयलेट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा कपडे से बने 10 हजार कनात टॉयलेट्स और पार्किंग एरिया में 3 हजार कनात टॉयलेट्स लगेंगे ।

2160 सफाई कर्मी होंगे तैनात

मेला में कार्यदायी संस्थाओं के शिविर में 1600 टॉयलेट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा माघ मेले के अंदर ही एक एसटीपी का भी निर्माण कराया गया है । मेले की सफाई व्यवस्था 2160 स्वच्छता कर्मियों की तैनाती होगी।

मेले में 100 से ज्यादा स्वास्थ्य विभाग की टीमें रहेंगी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नानक सरन ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत मेला कराया जाएगा। कुल 16 प्रवेश द्वार और हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है। यहां जांच टीमें मौजूद रहेंगी। जो थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए जांच करेगी। मेले में 100 से ज्यादा स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाई गई है।

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