भगवान बुद्ध की ज्ञान की धरती बोधगया में दलाई लामा के आने के साथ ही चीन की एक महिला ने कदम रखा है। वह संदिग्ध है। वह महिला संदिग्ध क्यों और कैसे है। इस बात का जवाब जिला पुलिस के पास नहीं है।
पुलिस का कहना है कि संदिग्ध महिला को हर हाल में तलाश करने का फरमान जारी किया गया है। खुफिया ऐंजेसियां उस संदिग्ध महिला को ढूंढ निकालने में जुटी हैं। जिला पुलिस पुलिस भी उसे ट्रैस करने में जुटी है, लेकिन उसका अब तक अता पता नहीं चल सका है।
पुलिस बोधगया के गेस्ट हाउस, लॉज, होटल मठों में उसे तलाश रही है, लेकिन कहीं कुछ भी अता-पता नहीं चल सका है। डीएसपी अजय कुमार का कहना है कि ऊपर से ही आदेश हैं। हमें सिर्फ तलाश करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा हमारे पास कोई भी अलग से जानकारी नहीं है।
पुलिस द्वारा बोधगया में उसकी तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि पूर्व में करीब तीन महीने पहले एक संदिग्ध चीनी जासूस को बोधगया पुलिस ने होटल से उठाया था। उसकी जांच अब तक चल रही है।
सिर पर बेहद छोटे-छोटे बाल हैं और दुबली-पतली
इस बार जिस संदिग्ध चीनी महिला ने बोधगया में कदम रखा है। उसका नाम सांग जियालोन है। वीजा नंबर 901BAA2J है। पीपी नंबर- EH2722976 है। महिला ने भिक्षु का रूप धारण कर रखा है। उसके सिर पर बेहद छोटे-छोटे बाल हैं और दुबली-पतली है।
खास बात यह है कि यह सूचना बीते कुछेक दिन पहले ही पुलिस मुख्यालय से निकल कर जिले के वरीय अधिकारियों से होते हुए बोधगया के लिए पहुंची है। अब यहां पुलिस उसकी तलाश में जी जान से अंदरखाने जुटी है।
14 विदेशी अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं
खास बात यह है कि भिक्षु का रूप धारण करने वाली उस संदिग्ध महिला को पहचानने में कई चुनौतियों को सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों बोधगया में कोविड-19 की गाइड लाइन का भी पालन किया जा रहा है। क्यों कि बीते छह दिनों में 14 विदेशी अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
विदेशी मेहमानों के साथ ही जिले के लोगों के लिए जिला प्रशासन ने मास्क अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में चीन से आई संदिग्ध महिला मास्क लगा कर बोधगया में चहल कदमी भी करती है तो उसे एक ही झटके में पहचान लेना कठिन है।
दूसरी बात यह भी कि तिब्बत, भूटान, वियतनाम, थाईलैंड, जापान, म्यांमार से आने वाले विदेशी मेहमानों की शक्ल और शरीर करीब करीब एक दूसरे से मिलता जुलता है और सभी चीन के नागरिक के समान दिखते भी हैं। बड़े गौर से देखने के बाद ही उनके बीच का अंतर पता चल पाता है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस और खुफिया विभाग स्थानीय लोगों से मदद लेने में जुटी है। उन्हें भी इस काम में अंदरखाने भिड़ा दिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि चीन की संदिग्ध महिला जासूस है। वह दलाई लामा से जुड़े कार्यक्रम और बोधगया के बाबत जानकारी लेने के लिए पहुंची है।