पटना. बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया. बीएसएससी पेपर लीक होने के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कठघरे में हैं. विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस मुद्दे पर न सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी घेरा है. दरअसल तेजस्वी यादव जब विपक्ष में थे तो बीपीएससी पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हुआ था. तब भी नीतीश सरकार की भद पिटी थी. तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को घेरते हुए परीक्षार्थियों को 5-5 हजार रूपए मुआवजा देने की मांग की थी. अब भाजपा विपक्ष में है, राजद सरकार में शामिल है. बीजेपी ने तेजस्वी यादव के उस मांग को याद कर उन्हें घेरा है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि महागठबंधन ने 2020 के चुनावी वादों को चारा घोटाला समझ लिया था. पर 2020 चुनाव मे किए हुए वायदे कभी भूलने नहीं देंगे. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने ने सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि नीतीश जी को उम्र के साथ भूलने की बीमारी हो गई है. 1993 से 2022 तक उन्होंने क्या-क्या कहा था, आज वह सब भूल चुके हैं. लेकिन, 32 वर्षीय तेजस्वी यादव भी भूलने की बीमारी से ग्रसित हो गये हैं. बिहार की जनता से उन्होंने जो कुछ भी कहा था, उसमें से गलती से भी एक बात याद नहीं रखना चाहते.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि जब भी विद्यार्थी परीक्षा देने जाएंगे तो उनके आने-जाने का संपूर्ण खर्च महागठबंधन सरकार उठाएगी. आज जदयू के हर मंत्री की तरह महागठबंधन सरकार में फिर से प्रश्न पत्र लीक हो गया. पिछली बार तेजस्वी जी कह रहे थे कि हर हालत में छात्रों को 5000 मुआवजा देना ही चाहिए. आज मुझे पूरा विश्वास है कि बीएसएससी के सभी छात्रों को 5000 रूपए मुआवजा मिलेगा, जिससे कि अगली बार परीक्षा में आने में उन्हें सुविधा मिल सके.