सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक प्रकरण के लिए सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन( RPSC) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि RPSC के कर्मचारियों ने 15 दिन पहले ही मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और भूपेंद्र को पेपर दे दिया था। न सिर्फ उदयपुर बल्कि, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा और कोटा में 21, 22, और 24 दिसंबर का पेपर लीक हुआ है। सांसद मीणा मंगलवार को जयपुर में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूरी भर्ती परीक्षा को रद्द कर इस मामले की CBI से जांच होनी चाहिए। क्योंकि नकल प्रकरण में कई अधिकारी और राजनेता भी शामिल है। अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया। तो मैं जनता के साथ में सरकार के खिलाफ अभियान की शुरुआत करूंगा।
सांसद मीणा ने कहा कि RPSC के कर्मचारियों ने तीन बार 80-80 (कुल 240) प्रश्न का सेट सुरेश ढाका और उसके साथियों को दिया था। इससे साफ होता है कि पेपर प्रिंटिंग प्रेस से लिंक नहीं हुआ है। बल्कि RPSC के मॉडरेटर ने ही पेपर लीक किया है।
मेरे पास उस व्यक्ति का भी नाम है, जिसने सुरेश और उसके साथियों को पेपर दिया। जांच प्रभावित होने की वजह से मैं फिलहाल उसका नाम नहीं बता सकता। मैं किसी भी दोषी को छोड़ने वाला नहीं हूं। सबकी असलियत जनता के सामने लेकर रखूंगा।
बदमाशों ने पूरा नकल गिरोह तैयार किया
सांसद मीणा ने कहा- सुरेश ढाका जयपुर में लंबे समय से कोचिंग चला रहा है। इससे पहले भी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली और पेपर लीक के मामलों में उसका संबंध था। रसूख की वजह से पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे उसके हौसले और बुलंद हो गए।
इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ पूरा नकल गिरोह तैयार कर लिया। इसमें कई सरकारी कर्मचारी और बेरोजगार युवक शामिल है। जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में जल्द से जल्द सुरेश ढाका की गिरफ्तारी होनी चाहिए। ताकि असली नकल गिरोह का भंडाफोड़ हो सके।
कॉन्स्टेबल भर्ती के आरोपियों पर नहीं हुई कार्रवाई
सांसद मीणा ने कहा कि REET के दौरान सरकार ने आरोपी रामकृपाल की प्रॉपर्टी को ध्वस्त कर दिया था। कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के दोषियों के खिलाफ सरकार कार्रवाई नहीं कर रही। क्योंकि वह कांग्रेस नेता और रसूखदार है।
उन्होंने कहा कि विप्र कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष मंजू शर्मा का स्कूल अब तक सील नहीं हुआ है। न ही उस पर कोई कार्रवाई हुई है। ऐसे में नकल गिरोह के हौसले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। अगर सरकार समय रहते शर्मा के स्कूल पर कार्रवाई करती। शायद सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक नहीं होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में अब तक 16 भर्ती परीक्षाएं आयोजित हुई हैं। जिनमें से 10 भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक हुआ है।