पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को विधान भवन परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विधान भवन के सामने कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को दिए जाने वाले ट्रैक्टरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
दरअसल, किसान कल्याण के लिए काम करने वाले चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप सिंह, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख मौजूद रहे।
आरएलडी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र
राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने राष्ट्रपति को पत्र लिख कर चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने जीवनपर्यंत शोषितों और और वंचित वर्ग के लोगों की लड़ाई लड़ी है। चौधरी साहब को जब भी अवसर मिला उन्होंने किसानों एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए अपनी पूरी क्षमता से कार्य से किया।
रोहित अग्रवाल ने कहा कि चौधरी साहब कहते थे कि देश कि समृद्धि और खुशहाली का रास्ता गांवों से होकर गुजरता है और इसलिए उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन ग्रामीण भारत के विकास के लिए समर्पित कर दिया।
यूपी के मुख्यमंत्री समेत विभिन्न पदों पर रहे
चौधरी चरण सिंह कई संवैधानिक पदों पर रहे, वे उत्तर प्रदेश कैबिनेट मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मंत्री रहे, इसके अलावा वे केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री, उप-प्रधानमंत्री तत्पश्चात भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे भारत के इकलौते राजनेता हैं, जिन्हें किसान मसीहा कहलाने का गौरव प्राप्त है, यह गौरव उन्हें प्रेम करने वाली इस देश की सम्मानित जनता ने प्रदान किया है।
आज तक किसी किसान नेता को भारत रत्न नहीं प्रदान किया गया
रोहित अग्रवाल ने कहा कि राजनीतिक कारणों के चलते सरकार लगातार इस बात को नजरअंदाज कर रही है, यह प्रश्न बार-बार खड़ा होता है कि चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न अब तक क्यों नहीं दिया गया, क्या वे वंचित और किसानों के नेता थे इसलिए उन्हें अब तक भारत रत्न प्रदान नहीं किया गया।
चौधरी चरण सिंह पूरे देश के प्रधानमंत्री थे, उन्होंने अपने जीवन में हर वर्ग के लिए संघर्ष किया, हर वर्ग के उत्थान का प्रयास किया। सरकार द्वारा चौधरी साहब के बलिदान को नजरअंदाज करना इस देश की सवा सौ करोड़ जनता का अपमान हैं। रोहित अग्रवाल ने कहा 23 दिसंबर को जब पूरा देश चौधरी साहब की जयंती किसान दिवस के रूप मना रहा होगा। ऐसे खास दिन पर सरकार जनता की भावनाओं की कदर करते हुए चौधरी साहब के लिए भारतरत्न की घोषणा कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करे।