लखनऊ, बरेली और मुरादाबाद में इनकम टैक्स की टीम ने सर्वे किया। बताया जा रहा है कि तीनों शहरों में फर्नीचर कारोबारियों के दुकानों पर सर्वे हुआ। लखनऊ में नाका इलाके में डीएवी कॉलेज के पास शकुंतलम प्लाईवुड के टीम ने सर्वे की। बताया जा रहा है कि शकुंतलम प्लाईवुड की दुकान खुलने से पहले टीम पहुंच गई। उसके बाद पूरी तरह से अंदर से लोगों का बाहर निकलना या बाहर से किसी का अंदर जाना बंद कर दिया गया है। इनके कागजों की जांच की जा रही है।
इनकम टैक्स से जुड़े सूत्रों ने बताया कि काफी दिन से यूपी में फर्नीचर कारोबारियों के यहां सर्वे की तैयारी चल रही थी। उसके बाद तीन बड़े शहरों में एक साथ सर्वे हुआ है। बरेली और मुरादाबाद में भी जो टीम गई है, उसको मगंलवार रात को मुरादाबार में ही ठहराया गया था।
GST की टीम ने किया था सर्वे
इससे पहले यूपी में GST ने भी फर्नीचर और सरिया कारोबारियों के यहां सर्वे की थी। उस दौरान पूरे प्रदेश के 71 जिलों में सर्वे गया था। उस दौरान करीब 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की GST चोरी पकड़ी गई थी। व्यापारियों ने इसका विरोध किया था तो अघोषित छापेमारी बंद कर दी गई। मगर अब IT की सर्वे शुरू हो गई है।
18 % GST फर्नीचर में लगता है
फर्नीचर में 18 % GST लगती है। इसमें बड़े स्तर पर खेल कर टैक्स की चोरी होती है। साथ - साथ GST भुगतान से बचने के लिए कागजों पर बिजनेस नहीं किया जाता है। ऐसे में अगर एक लाख का माल बेचा जाता है तो उसमें 18 हजार रुपए तक की चोरी हो जाती है। फर्नीचर और प्लाईवुड कारोबारियों पर इसलिए सरकार ने GST और IT के माध्यम से सर्वे करना शुरू किया है।
एक दशक पहले हुआ था अपहरण
नाका के कारोबारियों ने बताया कि एक दशक पहले शकुंतलम प्लाईवुड के मालिक का अपहरण भी हुआ था। उस समय बड़े स्तर पर फिरौती मांगी गई थी। बताया जा रहा है कि इनके पास पुस्तैनी काम बहुत बड़ा है। उसी दौरान कागजों की हेराफेरी लंबे समय से चला है। जिसकी जानकारी आईटी विभाग तक पहुंची और छापे पड़ने शुरू हुए।