बीजिंग: चीन में बढ़ते कोरोना के कहर ने पूरी दुनिया को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है. संक्रमित लोगों की संख्या दिन पे दिन बढ़ती ही जा रही है. कोरोना के नए मामलों ने स्वास्थ्य सुविधाओं को कमजोर बना दिया है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की विशिष्ठ वैज्ञानिक समीरन पांडा ने एक चौकाने वाली बात कह दी है. समीरन ने चीन के बढ़ते केस को देखते हुए अनुमान लगाया कि अगले तीन महीनों में 60 फीसदी लोग चीन में इस वायरस से संक्रमित रहेंगे.
चीन ने जब से जीरो कोविड पॉलिसी में ढील दी गई तबसे संक्रमितों की संख्या में भारी उछाल देखने को मिला है. वह आगे कहते हैं, चीन में लोगों को संक्रमण से कुछ राहत पाने के लिए कम से कम एक साल तक इंतजार करना होगा. एक अनुमान के मुताबिक अगले 90 दिनों में चीन की कम से कम 60 फीसदी आबादी के संक्रमित होने की संभावना है.
समीरन ने बताया कि,जनसांख्यिकी के मामले में सभी देश एक दूसरे से अलग हैं. 2020 में जो कुछ भी हुआ उसे फिर से दोहराया नहीं जाएगा क्योंकि अब हम जानते हैं कि वायरस कैसे व्यवहार करता है, लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसी होती है और टीकाकरण का दायरा क्या होता है. इसलिए, ऐसा नहीं है कि एक देश में वृद्धि का अन्य देशों पर प्रभाव पड़ेगा. इंफेक्शन किस हद तक फैला है, वैक्सीनेशन कैसा हुआ है ये सब चीजें डिपेंड करेगी.