बीजिंग: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के तहत लागू सख्त पाबंदियों को हटाए जाने के बाद वहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में बेहद तेज़ी से इजाफा देखा जा रहा है. चीन के महामारी विज्ञानी और स्वास्थ्य अर्थशास्त्री एरिक फेगल-डिंग ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. उन्होंने यह भी अनुमान लगाया कि अगले 90 दिनों में चीन के 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग और पृथ्वी की 10 प्रतिशत आबादी के संक्रमित होने की आशंका है. इसके साथ उन्होंने कोविड-19 संक्रमण से लाखों लोगों की मौत होने की भी आशंका जताई.
कोरोना वायरस की इस लहर से पनपे डर में यहां पैनिक बाइंग (घबराहट में बेतहाशा खरीददारी) शुरू हो गई है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां लोग बुखार की दवाइयां, दर्दनिवारक और डिब्बाबंद पीचेज़ (आड़ू) जैसे घरेलू उपचारों की जमाखोरी करने लगे हैं, जिससे ई-कॉमर्स साइटों और दुकानों में इनकी भारी किल्लत देखी जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, टाइलेनॉल और एडविल दवाइयों की देश भर में भारी मांग है. यहां लोगों को लग रहा है कि ये दवाइयां वायरस पर बेहद कारगर हैं और इससे वह इससे ज्यादा से ज्यादा स्टोर करके रख लेना चाह रहे हैं
डिब्बाबंद पीले पीचेज़ की जमाखोरी से लोग हैरान
हालांकि, इस दौरान कई लोगों ने डिब्बाबंद पीले पीचेज़ की जमाखोरी को लेकर इंटरनेट पर हैरानी जताई है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के कई हिस्सों में इन्हें बेहद पौष्टिक माना जाता है और लोग तेजी से फैल रहे कोविड संक्रमण से लड़ने का नुस्खा मानकर इसे जमा करने में जुटे हैं. यही वजह कि चीन के कई दुकानों में यह ऑउट ऑफ स्टॉक (खत्म) हो गया है.
कंपनी को देनी पड़ी सफाई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन में डिब्बाबंद खाना बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक डालियान लेसुन फूड को डिब्बाबंद पीले आड़ू की इस भारी डिमांड के बीच एक वीबो पोस्ट में कहना पड़ा कि इन आड़ुओं का कोई औषधीय प्रभाव नहीं है. कंपनी ने शुक्रवार को प्रकाशित पोस्ट में लिखा, डिब्बाबंद पीला आड़ू दवाएं! इसके साथ ही कंपनी ने बताया कि इन डिब्बाबंद आडुओं की पर्याप्त सप्लाई है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है और इसे खरीदने की कोई हड़बड़ी नहीं करें.
इस बीच चीनी अधिकारी भी लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि अगर उनमें कोविड का कोई लक्षण नहीं है तो वे दवाइयों की जमाखोरी न करें. हड़बड़ाहट में खरीदारी और अस्पतालों में रोगियों की संख्या में वृद्धि के कारण, बीजिंग के नगरीय प्रशासन ने नागरिकों को चेतावनी जारी की कि वे दवाओं और चिकित्सा सेवाओं की मांग को पूरा करने के लिए गंभीर दबाव में हैं.