नई दिल्ली: Google ने सोमवार को गवर्नमेंट ऑथराइज्ड आइडेंटिफिकेशन स्टोरेज सिस्टम DigiLocker के साथ साझेदारी की घोषणा की. इससे एंड्रॉयड डिवाइसेज में सरकारी द्वारा जारी की गई IDs के लिए लोकल स्टोरेज मिलेगा. इस साझेदारी की घोषणा गूगल फॉर इंडिया इवेंट के दौरान की गई. इस इवेंट में Google के सीईओ सुंदर पिचाई भी मौजूद थे.
एनुअल Google for India कॉन्फ्रेंस में सोमवर को गूगल ने भारत सरकार के साथ साझेदारी की घोषणा की. इसे साझेदारी से DigiLocker का इंटीग्रेशन फाइल्स ऐप में किया जाएगा. कंपनी ने एक मशीन लर्निंग बेस्ड मॉडल की भी घोषणा की, जो आधिकारिक दस्तावेजों और सरकारी आईडी कार्ड सहित महत्वपूर्ण फाइलों को पहचानने और व्यवस्थित करने में मदद करेगा.
नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अभिषेक सिंह ने कहा DigiLocker जल्द ही एंड्रॉयड डिवाइसेज में प्री-इंस्टॉल सर्विस के तौर पर बायडिफॉल्ट मिलेगा. इस साझेदारी से DigiLocker का एक्सेस पहले से स्मूद और सेफ भी होगा.
सिंह ने आगे कहा कि DigiLocker के 137 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. इस सर्विस में 2,300 से ज्यादा जारीकर्ता भी हैं जिन्होंने आज तक 5.6 बिलियन से अधिक दस्तावेज़ जारी किए हैं. डिजीलॉकर ने मार्च में 100 मिलियन यूजर्स के यूजर बेस को पार कर लिया था.
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गूगल ने फिलहाल साफ नहीं किया है कि कब इंटीग्रेशन यूजर्स को उपलब्ध हो जाएगा. साथ ही कंपनी ने ये भी नहीं बताया कि क्या ये सर्विस iOS यूजर्स को मिलेगी या नहीं.
गूगल पे में भी नए फीचर्स
आपको ये भी बता दें कि अब Google Pay में वॉयस के जरिए ट्रांजैक्शन सर्च का फीचर मिलेगा. साथ ही संदेहास्पद ट्रांजैक्शन्स पर पहले से ज्यादा सिक्योरिटी और वॉर्निंग अलर्ट मिलेंगे.