नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा- राजस्थान महिलाओं से बलात्कार में नम्बर-1 पर आ गया है। मुख्यमंत्री गहलोत कहते हैं कि बलात्कार के अधिकतर मामले झूठे होते हैं, इसके बावजूद भी इस साल नाबालिग बच्चियों से बलात्कार के 13 हजार 500 मुकदमे दर्ज हुए हैं। पिछले 3 साल में बलात्कार के मामलों में राजस्थान में 36 फीसदी की प्रति वर्ष बढ़ोतरी रिकॉर्ड हुई है। कटारिया बोले- प्रदेश में गैंगवार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आज राजस्थान में शहर-शहर में छोटी-छोटी गैंग पनप रही हैं। कोई भी आपराधिक गैंग बिना पुलिस के संरक्षण में सक्रिय नहीं हो सकती। जिसकी बानगी हाल ही में सीकर में हुई राजू ठेहठ की हत्या और एक बच्ची के बेकसूर पिता को मौत के घाट उतारने के दौरान दिखाई दी।
CM ने पूर्व DY CM को गद्दार कहा, फिर भी मंच साझा कर रहे
कटारिया बोले- सरकार की इससे ज्यादा नाकामी क्या हो सकती है कि मुख्यमंत्री अपने पूर्व उप मुख्यमंत्री रहे नेता को गद्दार कहता है। लेकिन साथ में अब भी मंच साझा किया जा रहा है। कांग्रेस के मंचों पर गहलोत और पायलट दोनों को साथ में दिखाने के लिए नाटक किया जा रहा है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर जन आक्रोश यात्रा को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने प्रेस वार्ता में मीडिया को संबोधित करते हुए कह- यह जन आक्रोश यात्रा सिर्फ भाजपा की नहीं बल्कि पूरे राजस्थान की जनता का कांग्रेस के खिलाफ आक्रोश है।
17 दिसंबर को सरकार झूठ का बखान करेगी
कटारिया ने CM गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा- गहलोत सरकार के 4 साल पूरे हो गए हैं। अब 17 दिसंबर को सरकार झूठ का बखान करेगी। बड़े-बड़े विज्ञापन आएंगे। लेकिन गहलोत कोई एक योजना ऐसी बताएं जो 25 करोड़ की हो और प्रदेशवासियों के लिए उसे लागू किया गया हो। जो योजना पूरी हुई हो, केवल केंद्र की योजनाओं के जरिए अपना नाम करके राज्य सरकार वाहवाही लूटने का काम कर रही है। प्रदेश कांग्रेस सरकार को केंद्र सरकार की योजनाओं को अपना बताना अब बंद कर देना चाहिए।कांग्रेस सरकार केन्द्रीय योजनाओं का नाम बदलने का काम कर रही है। पिछली भाजपा सरकार ने अन्नपूर्णा योजना से जनता तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। जिसे कांग्रेस सरकार ने पहले बंद कर दिया और बाद में नाम बदलकर इंदिरा रसोई कर दिया।
बेरोजगारी में 4 साल में पहले-दूसरे नंबर पर रहा राजस्थान
राजस्थान में बेरोजगारी की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि प्रदेश का शिक्षित युवा रोजगार की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर है। कांग्रेस के घोषणापत्र में संविदाकर्मियों को स्थाई करने का वादा किया था। साथ ही संविदाकर्मियों को नियमित करने के लिए कानून बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन धरातल पर आज भी कई संविदाकर्मियों को उनकी काबिलयत के मुताबिक मानदेय नहीं दिया जा रहा है।
बेरोजगारी के मामले में पिछले 4 सालों में पूरे देश में राजस्थान पहले और दूसरे स्थान पर रहा है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार में विकास के काम सिर्फ कागजों में ही आगे बढ़ रहे हैं। वास्तविकता में जमीनी स्तर पर डवलपमेंट स्पीड जीरो है। पिछले 4 साल में लेक्चरर की कोई भर्ती नहीं की है।
पांचवां बजट केवल ताली बजाने के लिए होता है
कटारिया बोले- गहलोत सरकार जल्द ही अपना 5वां बजट पेश करने जा रही है। लेकिन सभी जानते हैं कि चुनावी बजट सिर्फ ताली बजाने के लिए होता है। चाहे बीजेपी की सरकार हो या कांग्रेस की हो, यह हकीकत है कि पांचवें बजट की घोषणाएं कभी धरातल पर नहीं उतर पाती हैं। नई सरकार के जिम्मे वह बजट आता है।
बिजली चोरी का आंकड़ा 16 प्रतिशत पहुंचा
कटारिया ने कहा-कांग्रेस सरकार ने जन घोषणा-पत्र में किसानों को 8 घंटे और शहरों में 24 घंटे बिजली देने का आश्वासन दिया था। लेकिन वास्तविकता में हालत इसके उलट है। बिजली चोरी का आंकड़ा 16 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। आज देश में सबसे महंगी बिजली राजस्थान की जनता को मिल रही है। अब जनता कांग्रेस सरकार के षड़यंत्र को समझ चुकी है, जिसका जबाव 2023 में विधानसभा चुनाव में दिया जाएगा। इस सरकार में किसानों की बहुत बुरी दशा हुई है। किसान को अपने कृषि कनेक्शन के लिए डिमांड नोटिस का पैसा जमा कराने के बावजूद भी 6-6 महीने तक कनेक्शन नहीं दिए जाते हैं। सरकार ने पिछली बीजेपी सरकार की सब्सिडी को भी ढाई साल तक बंद रखा। राजस्थान सरकार की नीति के चलते बिजली कंपनियो का कर्ज 82 हजार करोड रुपए पहुंच चुका है।