उत्तर प्रदेश की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर आज यानी गुरुवार को पहला निक्षय दिवस मनाया जाएगा।प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी मरीजों शीघ्र पहचान, गुणवत्तापूर्ण इलाज व निक्षय पोषण योजना का लाभ दिलाने के मकसद से इसकी शुरुआत की जा रही है।
शासन की तरफ से इस बाबत दिशा निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा खुद अनौरा कला के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर शुभारंभ करेंगे।
आम लोगों को अवेयर करने पर होगा जोर
स्वास्थ्य इकाइयों पर LED के जरिए टीबी के बारे में जागरूक संबंधी फिल्म प्रसारित की जाएंगी। निक्षय दिवस की उपलब्धि सोशल मीडिया पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। आशा कार्यकत्री 2 सप्ताह या अधिक समय से खांसी वाले, दो सप्ताह या अधिक समय बुखार वाले, वजन में कमी वाले, भूख न लगने और बलगम से खून आने वाले संभावित टीबी मरीजों की सूची तैयार कर उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक लाने का कार्य करेंगी।
CHO यानी कम्युनिटी हेल्थ आफिसर इन मरीजों की प्रारम्भिक जांच, एचआईवी, डायबिटीज और अन्य जांच सुनिश्चित कराएंगे। उसके बाद मरीजों का उपचार किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महाप्रबंधक डा. लक्ष्मण सिंह में बताया कि निक्षय दिवस पर OPD में आने वाले मरीजों में से 10% की बलगम जांच की जाएगी।
ऑन स्पॉट जांच की रहेगी सुविधा
राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि निक्षय दिवस पर स्वास्थ्य इकाई पर आने वाले संभावित टीबी मरीजों की सूची के अनुसार उनकी जांच कराई जाएगी। इकाई के बाहर खुले स्थान पर बलगम के नमूने लेने के लिए कफ कार्नर बनाने को कहा गया है।