सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 72वीं पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने लौहपुरुष की प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत माता के महान सपूत लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल आज के ही दिन 1950 में धराधाम से विदा हुए थे। उन्होंने देश के सामने भावी पीढ़ी के लिए महान आदर्श रखा था। वल्लभ भाई पटेल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। आजादी के बाद संविधान निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। स्वतंत्र भारत का स्वरूप कैसा होना चाहिए। लौहपुरुष को लोग वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में श्रद्धा व सम्मान से स्मरण करते हैं।
सीएम ने कहा कि 563 से अधिक रियासतों का एकीकरण करके भारत गणराज्य का हिस्सा बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य था। इनमें कई रियासतें विचलन की स्थिति में थीं। जूनागढ़ व हैदराबाद रियासत की हरकतों से सभी अवगत हैं, लेकिन सरदार पटेल की दूरदर्शिता व इच्छाशक्ति के आगे इनकी एक न चली और सभी रियासतों ने शांतिपूर्ण ढंग से भारत का हिस्सा बनकर वर्तमान भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इसका सामाजिक श्रेय केवल भारत रत्न सरदार पटेल को जाता है।
संकल्प लें, उनके योगदान से वर्तमान व भावी पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए भारत के निर्माण में उनकी बड़ी भूमिका है। आजादी के तत्काल बाद शिक्षा, पशुधन, कृषि, किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने के साथ ही सरदार पटेल ने इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया था। उनके द्वारा आजादी की लड़ाई व इसके बाद की भूमिका आज भी प्रासंगिक व प्रेरणादायी है। उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सीएम ने कहा कि संकल्प लें कि भारत की एकता और अखंडता के लिए उनके किए गए योगदान से वर्तमान व भावी पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे।
इस दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया, सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी वर्मा, विधायक शशांक वर्मा, आशीष सिंह आशू, विधान परिषद सदस्य अवनीश सिंह समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।