बाबा विश्वनाथ अपने भक्तों को अपने धाम में बुलाने के साथ ही उनका हर तरह से ख्याल भी रखते हैं। भक्तों द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे के कुछ हिस्से में ही वह उनकी सुविधा के लिए खर्च करते हैं। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद बाबा ने साल भर की अपनी 100 करोड़ रुपए की आय में से भक्तों की सुविधा के लिए लगभग 20 करोड़ खर्च किए हैं। भक्तों को धूप से बचाने, साफ-सफाई, सुरक्षा, मेडिकल समेत अन्य सुविधाओं के लिए बाबा विश्वनाथ अपना खजाना खोल कर रखते हैं।
भक्तों की सुविधाओं के लिए खर्च हुए 20 करोड़
13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद साल भर में 7.35 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। धाम में जैसे -जैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती गई, बाबा के भक्तों की सुविधा में भी वैसे ही बढ़ोतरी होती चली गई।
श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि धाम का विस्तार होने के बाद भक्तों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। मंदिर न्यास भक्तों के सुगम दर्शन और सुविधा का बराबर ध्यान रख रहा है और बेहतर बनाने की कोशिश भी कर रहा है।
गर्मी में श्रद्धालुओं को तेज धूप से बचाने के लिए कैनोपी (छाया की व्यवस्था), भक्तों के लिए मैट, एंबुलेंस, पेयजल व्यवस्था के साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर में आने वाले बुजुर्ग और दिव्यांग दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई।
मुमुक्षु भवन (मोक्ष की मनोकामना के लिए आने वालों के लिए), अन्नपूर्णा भवन, पिनाक व नीलकंठ पवेलियन सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए विश्वनाथ द्वार (गोदौलिया गेट), शक्ति भवन, (यूटिलिटी भवन) शौचालय, गंगा दर्शनम (गंगा व्यूइंग गैलरी), ललिता घाट, (ललिता पथ) जलसेन पथ, (रैंप बिल्डिंग) केदार भवन, ओंकारेश्वर भवन शुरू हो चुका है। इसके लिए मंदिर न्यास की ओर अब तक 20 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
लॉकर और हेल्पडेस्क किए गए स्थापित
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा दर्शनार्थियों की बेहतर सुविधा के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था में 50 कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त सफाई व्यवस्था में 200 कर्मियों एवं दर्शनार्थियों को बेहतर सुरक्षा एवं सुविधा देने के लिए 100 कर्मियों को लगाया गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में विभिन्न स्थानों पर दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए लॉकर, हेल्पडेस्क स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा मंदिर न्यास दर्शनार्थियों के लिए अन्य जनोपयोगी व्यवस्थाएं