मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बार अपनी सरकार रिपीट कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वे अपनी फ्लैगशिप योजनाओं पर फीडबैक लेने के लिए खुद फील्ड में उतर गए हैं। हाल ही उन्होंने मंत्रियों-विधायकों और उसके बाद आईएएस अफसरों ने इनका फीडबैक मांगा था। इसकी एक रिपोर्ट सचिवालय में तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने दो बार राहुल गांधी को इन योजनाओं की जानकारी दी है। राजस्थान में उनकी यात्रा अलवर जिले में समाप्त होगी और हरियाणा में प्रवेश करेगी। इससे ठीक पहले अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में (मालाखेड़ा) में एक बड़ी सभा 19 दिसंबर को होगी।
इस सभा में राहुल गांधी लोगों को सीएम गहलोत की 5 बड़ी फ्लैगशिप योजनाओं के फायदे बताएंगे। यह सभा राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की के दौरान होने वाली सबसे बड़ी सभा होगी। इसकी तैयारियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत और सामाजिक न्याय राज्य मंत्री टीकाराम जूली जुटे हुए हैं। राज्य सरकार की प्रशासनिक मशीनरी को निर्देश मिल चुके हैं।
सीएम अशोक गहलोत अपनी मंशा अफसरों से लेकर कांग्रेस आलाकमान तक जाहिर कर चुके हैं। वे सरकार रिपीट करने के लिए आगामी चुनाव से पहले अपनी फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ आम जन तक केवल पहुंचाने के आदेश ही नहीं देना चाहते बल्कि यह पुख्ता भी करना चाहते हैं कि आम लोगों तक उनका लाभ पहुंचा या नहीं। वे अगले चुनावों में केवल अपनी योजनाओं को ही मुख्य मुद्दा बनाना चाहते हैं।
क्या है सीएम गहलोत का आम लोगों से फीडबैक लेने का फॉर्मूला
हाल ही अलग-अलग इलाकों में सीएम गहलोत किन्हीं कार्यक्रमों, सभाओं, सम्मेलन आदि में गए तो उन्होंने यह फॉर्मूला अपनाया। वे अचानक कार्यक्रम के दौरान ही भीड़ में गए और किसी भी आम आदमी से अपनी फ्लैगशिप योजना के बारे में पूछा, बातें की और अफसरों को उनके बारे में बताया भी।
कोटा : मजदूरों से चिरंजीवी योजना का फीडबैक
हाल ही राहुल गांधी जब कोटा क्षेत्र में यात्रा पर आए तो सीएम गहलोत ने समय निकालकर 5-6 आम मजदूर लोगों से बातचीत की। इस बातचीत में सीएम गहलोत ने उनसे चिरंजीवी योजना का नाम पूछा। मुफ्त दवा मिलने के बारे में पूछा। तब एक मजदूर व्यक्ति ओमप्रकाश ने उन्हें बताया कि उसकी भाभी का एक ऑपरेशन हाल ही जयपुर में मुफ्त हुआ था। उस ऑपरेशन का खर्चा करीब 8 लाख रुपए आया था। सीएम गहलोत ने इस फीडबैक को अपने पास दर्ज भी किया है। सूत्रों का कहना है कि इसे राहुल गांधी जल्द ही अपने भाषण में जगह देंगे।
बीकानेर : युवाओं से रोजगार का फीडबैक
बीकानेर दौरे के दौरान सीएम गहलोत ने दो युवाओं के साथ नौकरियों पर बात की। राज्य सरकार ने हाल ही जो रोजगार मेले लगाए हैं, उनकी जानकारी ली। सीएम गहलोत ने उन्हें मिले पैकेज के बारे में फीडबैक लिया। उनका प्रोजेक्ट भी देखा। उसके बाद गहलोत ने उस प्रोजेक्ट की सराहना की और अफसरों को निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट को दिखवाया जाए और किसी तरह से सरकार के काम-काज में इसका उपयोग संभव हो तो लिया जाए।
झालावाड़ : सरकारी शिक्षा व स्कीम्स का फीडबैक
झालावाड़ क्षेत्र में सरकारी स्कूल की 8-10 छात्राओं को सीएम गहलोत ने अपने पास बुलाया। उनसे उनकी पढ़ाई और स्कूल की व्यवस्था के बारे में बातचीत की। इस मौके पर खान मंत्री प्रमोद जैन भाया और राजस्व मंत्री रामलाल जाट भी मौजूद थे। उनसे स्कूलों में मिलने वाली ड्रेस, मिड-डे मील और शिक्षकों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली।
चित्तौड़गढ़ : बुजुर्गों से पेंशन स्कीम का फीडबैक
चित्तौड़गढ़ जिले के जालमपुरा गांव सीएम गहलोत ने बुजुर्गों से वृद्धावस्था पेंशन के बारे में जानकारी ली। सीएम ने इस मौके पर एक बुजुर्ग नगजीराम जाट जो करीब 96 वर्ष के थे, उन्हें 100 वर्ष का होने की शुभकामनाएं भी दीं। बदले में बुजुर्ग नगजीराम जाट ने गहलोत को चौथी बार सीएम बनने का आशीर्वाद दिया।
कोटा : किसान से कर्ज माफी का फीडबैक
कोटा क्षेत्र के एक किसान सत्यनारायण मीणा और उनके साथियों को बुलाया। किसानों से उनका कर्जा माफ होने के बारे में जानकारी ली। किसान सत्यनारायण ने बताया कि उनका करीब एक लाख 55 हजार रुपए का कर्जा माफ हुआ है। यह जानकारी भी सीएम गहलोत ने पूरे प्रदेश से जुटाकर राहुल गांधी को सौंपी है। पूरे प्रदेश में लगभग 22 लाख किसानों का कर्जा माफ किया गया है।
सीएम का फोकस 5 विशेष योजनाओं पर
100 से अधिक फ्लैगशिप योजनाएं हैं राजस्थान में। लेकिन राहुल गांधी की सुविधा के लिए सभी का जिक्र उनके भाषण में संभव नहीं है। ऐसे में कुछ बड़ी प्रमुख योजनाओं की रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें सभी योजनाओं में लाभार्थियों की संख्या, नाम आदि के विषय में विस्तृत जानकारी है।
इन में ओल्ड पेंशन स्कीम, इंदिरा रसोई योजना चिंरजीवी योजना, उड़ान योजना, वृद्धावस्था सामाजिक पेंशन और इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना शामिल हैं। सीएम ने हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन पांचों योजनाओं को पूरे देश में लागू करने की मांग भी की है।
यह हैं सीएम गहलोत की खास फ्लैगशिप योजनाएं
चिरंजीवी मुफ्त इलाज और बीमा योजना
राजस्थान में गहलोत सरकार चिरंजीवी योजना के तहत 10 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त व मुफ्त दवा योजना चला रही है। इसमें पांच लाख तक का दुर्घटना बीमा भी है। इस योजना के तहत अब तक करीब 3200 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने खर्च किए हैं।
शहरी रोजगार योजना
हाल ही मुख्यमंत्री गहलोत ने एक अक्टूबर से ग्रामीण क्षेत्र की नरेगा की तर्ज पर राजस्थान में शहरी क्षेत्रों में भी 100 दिन का रोजगार गारंटीड देने की योजना शुरू की है।
ओल्ड पेंशन स्कीम
मुख्यमंत्री गहलोत ने फरवरी 2022 में विधानसभा में पेश किए गए बजट में सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम (2004 से पहले वाली) लागू कर दी है। इसके तहत करीब साढ़े सात लाख कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
इंदिरा रसोई योजना
राजस्थान में लागू है। हाल ही स्वयं मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी पत्नी सुनीता गहलोत के साथ जयपुर में इंदिरा रसोई योजना में भोजन भी किया था। इस योजना के तहत राज्य के लगभग सभी शहर-कस्बों में मात्र आठ रुपए प्रति प्लेट की दर से लोगों को भोजन मिलता है। इसके तहत पूरे राजस्थान में लगभग 900 रसोइयां शुरू की गई हैं।
किसानों की कर्ज माफी
अब तक प्रदेश में 22 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जा चुका है पिछले चार सालों में। यह वो कर्जा था जो किसानों खेती के कार्यों को पूरा करने के लिए लिया था, लेकिन पर्याप्त पैदावार ना होने से कर्जा चुकाया नहीं जा सका। वर्ष 2018 में राजस्थान में सत्ता में आने से पहले कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह वादा किया था।