मैनपुरी: हार की BJP प्रत्याशी रघुराज शाक्य ने बताई वजह: बोले- सपा ने पैसे और शराब बांटकर खरीदे वोट, समीक्षा कर भितरघातियों का लगाएंगे पता

मैनपुरी: हार की BJP प्रत्याशी रघुराज शाक्य ने बताई वजह: बोले- सपा ने पैसे और शराब बांटकर खरीदे वोट, समीक्षा कर भितरघातियों का लगाएंगे पता

इटावा में बीजेपी के प्रत्याशी रहे रघुराज सिंह ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा पर पैसा बांटकर जीतने का आरोप आरोप लगाया है। हार के बाद रघुराज ने पहली प्रतिक्रिया दी है। नेता जी मुलायम सिंह यादव की पैतृक सीट मानी जाने वाली मैनपुरी में उपचुनाव के नतीजे आए। जिसमें समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और नेता जी की पुत्र वधू डिंपल यादव ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल कर इतिहास रच दिया।

इस चुनाव में सत्ताधारी पार्टी की ओर से बीजेपी ने रघुराज सिंह शाक्य को मैदान में उतारा था लेकिन रघुराज पिछली बार बीजेपी के प्रत्याशी को मिले मत के आंकड़े को भी नहीं छू सके। फ्रेंड्स कॉलोनी स्तिथ उनके आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान बीजेपी की सदर विधायक उसने मिलने पहुंची थीं।

रघुराज बोले- प्रधानों को दिया गया पैसा

रघुराज सिंह ने हार के बाद उनके साथ पहली प्रतिक्रिया देते हुए डिंपल यादव की जीत को पैसे की जीत बता दिया। उन्होंने कहा कि पैसे से वोट खरीदे गए हैं। गांव-गांव प्रधानों को ऑनलाइन से लेकर फोन-पे से तक पैसा दिया गया। हमारे खिलाफ हवा बनाई गई कि हम हार गए जबकि गांव का बूथ नंबर पांच धौलपुर में 577 वोट पड़े थे जिसमें 454 वोट भाजपा को मिले हैं, पूरे गांव ने हमको सपोर्ट किया है। हारने की अफवाह थी षड्यंत्र का हिस्सा बनाया गया था।

नोट के सामने हम लोग हार गए धन बल चला, शराब चली, लोकतंत्र है कुछ कमियां हम लोगों से भी हुई हैं उसको हम लोग स्वीकार करते हैं, मेरे पास इस बात का प्रूफ है ऑनलाइन खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया है। चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी अब समीक्षा करेगी, किसने भितरघात किया है, जहां-जहां कमियां हुई हैं, उसकी पार्टी समीक्षा करेंगे वह सामने आ जाएगा।

अखिलेश शिवपाल की एकता पर कसा तंज

उन्होंने चाचा भतीजे के एक होने पर तंज कसा कि यह नेता जी भी नहीं कर पाए थे। रघुराज ने कर दिखाया कम से कम अब चाचा को सम्मान मिल गया है और भतीजे ने हाथ में साइकिल का झंडा भी थमा दिया। मुझे अगर शिष्य अगर मानते हैं तो कम से कम इतना शिष्य की वजह से उनको सम्मान मिल गया है। जिन लोगों से अखिलेश यादव कभी मिलते नहीं थे, कहीं जाते नहीं थे आज हर गली में मिले, जो उनके एजेंट थे, वह हम को बधाई दे रहे थे कि कम से कम अखिलेश यादव से मुलाकात करा दी है।

बोले- जिनका सपोर्ट रहा, उनका धन्यवाद

जिन लोगों ने इस चुनाव में साथ दिया है, उनको मैं धन्यवाद देना चाहता हूं उनके सुख दुख में हमेशा साथ खड़ा रहूंगा। डिंपल यादव की अंतरात्मा से पूछ लो कि उनको जीत किस तरह मिली है, नेताजी की श्रद्धांजलि तो सभी ने दी थी, जनता सब जानती है।


 b3eikg
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

Leave a Reply

Required fields are marked *