हैदराबाद: तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. राचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाले आदिबटला थाने के मन्नेगुड़ा में 24 वर्षीय एक महिला का उसके घर से अपहरण कर लिया गया. उसके माता-पिता ने आरोप लगाया कि लगभग 100 युवक उनके घर में घुस आए, उनकी बेटी वैशाली को जबरन उठा ले गए और घर में तोड़फोड़ की. महिला पेशे से डॉक्टर है. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गईं. राचकोंडा पुलिस ने घंटे भर के ऑपरेशन के बाद पीड़ित महिला को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया. मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है. पुलिस ने पुष्टि की कि यह विशुद्ध रूप से अपहरण का मामला था.
राचकोंडा पुलिस के मुताबिक पीड़िता का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे धमकाया. यह एक पूर्व नियोजित वारदात थी. पीड़ित महिला सदमे में है और कुछ भी नहीं बोल पा रही है. मुख्य आरोपी नवीन अभी फरार है. पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. पीड़िता के परिवार ने दावा किया कि गुंडे उसे उसके बेडरूम से खींचकर ले गए और कार में बिठाया. राचकोंडा के एडिशनल सीपी सुधीर बाबू ने कहा, घटना की विभिन्न पहलुओं से जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है. हम मामले की तह में जाने के सभी प्रयास कर रहे हैं. निश्चित रूप से यह बहुत गंभीर अपराध है. हम मामले में आईपीसी की धारा 307 जोड़ रहे हैं.
मन्नेगुड़ा गांव के रहने वाले दंपति दामोदर रेड्डी और निर्मला का आरोप है कि नवीन रेड्डी और करीब 100 से ज्यादा युवक कार और डीसीएम में आए और उनकी बेटी को ले गए. साथ ही हमलवारों ने घर की चीजें जैसे गाड़ियां और सीसीटीवी कैमरे भी नष्ट कर दिए. पीड़ित परिवार ने बताया कि इससे पहले भी आरोपी नवीन रेड्डी धमकी दे चुका था. उन्होंने उसके खिलाफ पहले आदिबटला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. दंपति ने बताया कि उनके घर पर उपद्रवियों के हमले के दौरान 100 नंबर पर कॉल करने के बाद भी पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया. इस घटना से मन्नेगुड़ा में तनाव है. पुलिस के मुताबिक नवीन रेड्डी और युवती पहले से एक दूसरे को जानते थे.