श्रद्धा वॉकर हत्याकांड को उजागर हुए लगभग एक महीने का समय हो गया है मगर अब तक पुलिस मामले को पूरी तरह से सुलझा नहीं पाई है। पुलिस को अब भी कई सवालों के जवाबों का इंतजार है। इस मामले में आए दिन अलग अलग हैरतअंगेज खुलासे होते हैं जिससे इस की हर तरफ चर्चा होती रहती है। जांच के बीच नौ दिसंबर को आफताब को साकेत कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था।
पेशी के दौरान महरौली थाना पुलिस के अधिकारी भी कोर्ट रूम में थे। पेशी के दौरान पुलिस ने जानकारी दी कि श्रद्धा हत्याकांड की जांच पुलिस की टीम कर रही है। पुलिस ने मांग की थी कि आरोपी की न्यायिक हिरासत को बढ़ाना चाहिए, जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस की मांग को स्वीकार किया है। इससे पहले आरोपी आफताब को 26 नवंबर को 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, जिसे अब 14 दिनों के लिए भी बढ़ा दिया गया है।
न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान ही पुलिस ने आरोपी आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट और नारको टेस्ट किया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस को अभी डीएनए और अन्य जांच रिपोर्टों का इंतजार है। इस रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस की जांच को अलग राह और मजबूती मिल सकेगी। माना जा रहा है कि रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले में नया मोड़ आ सकता है। इस मामले में नए खुलासे भी हो सकते है।
पॉलीग्राफ और नार्को में कबूल चुका है आफताब
श्रद्धा वालकर हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी पॉलीग्राफ व नार्को जांच और पुलिस पूछताछ के दौरान समान जवाब दिए हैं। नार्को जांच के दौरान, पूनावाला ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने वालकर के शव के टुकड़े करने के लिए एक छुरे का भी इस्तेमाल किया था और उसने आरी को गुड़गांव में अपने दफ्तर के पास झाड़ियों में कहीं फेंक दिया था। पूनावाला ने बताया कि उसने श्रद्धा का सिर महरौली के जंगली इलाकों में और मोबाइल फोन मुंबई में समुद्र में फेंक दिया। उसने अपनी लिव-इन-पार्टनर की हत्या की बात स्वीकार की है और यह भी कबूल किया कि दिल्ली के जंगल वाले इलाकों में विभिन्न स्थानों पर उसके शव के टुकड़े फेंके थे।
ये है मामला
पूनावाला (28) ने कथित तौर पर श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे और उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाने से पहले तीन हफ्ते तक दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर 300 लीटर के एक फ्रिज में रखा था।