बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में दबाव का क्षेत्र तेज होकर चक्रवाती तूफान मैंडूस (Mandous) में तब्दील हो गया, जो पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में बना हुआ था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में मंडरा रहा चक्रवाती तूफान (Cyclonic Mandous) पिछले तीन घंटों के दौरान लगभग 8 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा हैं।
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान बढ़ रहा है आगे
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के आस-पास के दक्षिणी राज्यों में पुडुचेरी और श्रीहरिकोटा के बीच 9 दिसंबर की मध्यरात्रि के आसपास लगभग 85 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा की गति के साथ पार करने की बहुत संभावना है। आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव एक चक्रवाती तूफान मैंडूस (Cyclonic Mandous) में बदल गया, जिसे मैन-डूस (उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के लिए चक्रवात अलर्ट) कहा गया।
चक्रवाती तूफान से बचने की पूरी तैयारी
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को तमिलनाडु में नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरुर, कुड्डालोर, मायलादुथुराई और चेन्नई में तैनात किया गया था। पुडुचेरी और कराईकल में एनडीआरएफ की तीन टीमों को तैनात किया गया है। दो नियंत्रण कक्ष और स्वास्थ्य केंद्र भी कार्यरत हैं। एजेंसियों और मंत्रालयों की तैयारियों की समीक्षा करने वाले नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी (NCMC) के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अनुसार, उद्देश्य यह होना चाहिए कि जानमाल का कोई नुकसान न हो और बिजली जैसे संपत्ति और बुनियादी ढांचे को नुकसान कम से कम हो। दूरसंचार, और इस बुनियादी ढांचे को नुकसान के मामले में, इसे जल्द से जल्द बहाल किया जाना चाहिए।
तमिलनाडु तथा पुडुचेरी में बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और तमिलनाडु तथा पुडुचेरी में इसके असर से मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जिसके असर भी दिख रहा है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र छह दिसंबर की शाम को उसी क्षेत्र में गहरे दबाव में बदल गया और कराईकल से लगभग 690 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व तथा चेन्नई से लगभग 770 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में स्थित था। बुलेटिन के मुताबिक इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बुधवार शाम कोचक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान
आठ दिसंबर की सुबह तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटों तक इसके पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से 8 से 10 दिसंबर के बीच तटीय तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल,आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्से के अधिकतर स्थानों और रायलसीमा में हल्की से मध्यम वर्षा तथा छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। बुलेटिन में कहा गया कि अगले 24 घंटों के दौरान 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और फिर आठ दिसंबर को इसकी रफ्तार घटकर 40-45 किमी प्रति घंटे की हो सकती है।