पाकिस्तान (Weird laws in Pakistan) में आज भी ऐसे नियम-कानूनों का पालन किया जाता है जो 19वीं सदी के लगते हैं. जब आप इन कानूनों के बारे में सुनेंगे तो आपको लगेगा कि आखिर इस देश में लोग कैसे रह पाते होंगे!
भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान भले ही हमसे टूटकर बना हो पर वहां आज के वक्त में जो तौर-तरीके अपनाए जाते हैं वो हमारे देश से बेहद पिछड़े हैं. एक तरफ भारत जहां विज्ञान की दुनिया से लेकर मनोरंजन जगत तक में तरक्की कर रहा है, वहीं पाकिस्तान (Weird laws in Pakistan) में आज भी ऐसे नियम-कानूनों का पालन किया जाता है जो 19वीं सदी के लगते हैं. जब आप इन कानूनों के बारे में सुनेंगे तो आपको लगेगा कि आखिर इस देश में लोग कैसे रह पाते होंगे! सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा और न्यूजक्रैब वेबसाइट के हवाले से ये तमाम कानून (restrictions in Pakistan) यहां बताए जा रहे हैं जो काफी विचित्र हैं.
चूंकि पाकिस्तान एक मुस्लिम बहुल देश है, तो वहां अधिकतर लोग रमजान के दिनों में रोजा रखते हैं. रोजे के दौरान बाजार में स्ट्रीट फूड या कुछ भी खाना बैन है. पब्लिक प्लेस पर अगर आप खाना खाते दिख गए तो आपको सजा हो सकती
पाकिस्तान में अगर आपने जानबूझकर या गलती से किसी दूसरे का फोन छुआ तो आपको जेल हो सकती है. यहां बिना इजाजत फोन छूना गैर कानूनी है और लोगों को 6 महीने तक की सजा हो सकती है
आज के वक्त में सोशल मीडिया पर मीम शेयर करना आम बात हो गई है. मीम यानी फनी फोटोज और वीडियोज जिसे लोग अपने दोस्तों को भेजते हैं या टैग करते हैं. साथ ही अपनी टाइमलाइन पर भी शेयर कर देते हैं. मगर पाकिस्तान में अगर आपने ऐसा किया तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है. अगर आप किसी का मजाक बनाने के लिए मीम शेयर करते हैं तो भी जुर्माना लगता
आज के वक्त में कई भारतीय, जनता के द्वारा नियुक्त किए गए अपने प्रधानमंत्री को भी गालियां देने लगते हैं और सोशल मीडिया पर बुराभला कहने लगते हैं. वाद-विवाद और सहमति-असहमति होना लोकतंत्र में जरूरी है मगर प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया पर अपमान गलत है. उसके बावजूद लोग बच जाते हैं और उन्हें किसी तरह से सजा नहीं मिलती. पर पाकिस्तान में ऐसा नहीं है. वहां नागरिक अगर पब्लिक पोर्टल पर अपने प्रधानमंत्री की आलोचना करते हैं तो उन्हें तुरंत जेल हो सकती है, इसलिए वो पीएम के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं कर सकते
पाकिस्तान में कुछ अरबी शब्दों का अंग्रेजी में ट्रांसलेशन करने पर पाबंदी है. अल्लाह, मस्जिद, रसूल, नबी, जैसे शब्द लिस्ट में शामिल हैं
पाकिस्तान की विदेश नीति के अनुसार वो इजरायल को देश नहीं मानते. साथ ही अपने नागरिकों को इजरायल जाने की अनुमति भी नहीं देते हैं. यही कारण है कि पाकिस्तान की सरकार इजरायल जाने का वीजा ही नहीं देती है
पाकिस्तान में शिक्षा का स्तर काफी कम है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यहां शिक्षा के लिए दी जाने वाली फीस पर भी टैक्स लगता है. अगर कोई विद्यार्थी पढ़ाई पर 2 लाख रुपये से ज्यादा खर्च करता है तो उसे 5 फीसदी टैक्स देना पड़ता है