नई दिल्ली: टीम इंडिया के कई सीनियर खिलाड़ी पिछले एक साल से वर्कलोड मैनेजमेंट का हवाला देकर, खासतौर पर बल्लेबाजों ने बार-बार ब्रेक लिया. इसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. हालांकि, पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर को बार-बार खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट के नाम पर ब्रेक लेना पसंद नहीं है. उनका मानना है कि अगले साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप से पहले अब किसी भी खिलाड़ी को आराम नहीं दिया जाना चाहिए. कम से कम टीम के जो सीनियर बल्लेबाज हैं, उन्हें अब विश्व कप तक एक साथ खेलना चाहिए.
बता दें कि टी20 विश्व कप के फौरन बाद टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर गई थी. यहां दोनों देशों के बीच 3 टी20 के बाद इतने ही वनडे की सीरीज खेली जा रही है. इस सीरीज में विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं. टी20 में जहां हार्दिक पंड्या ने टीम की कप्तानी की.वहीं, वनडे सीरीज में शिखर धवन के हाथों में टीम की कमान है.
अगला वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारत में होना है. इस टूर्नामेंट में अब एक साल से भी कम का वक्त बचा है.ऐसे में गावस्कर का मानना है कि अब टीम से बहुत ज्यादा छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. क्योंकि अगर अब भी टीम में बदलाव होते रहे तो इससे नतीजे अच्छे नहीं आएंगे. इनसाइडस्पोर्ट्स के मुताबिक, गावस्कर ने कहा, वनडे वर्ल्ड कप में अब एक साल से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में अब टीम मैनेजमेंट को सीनियर बल्लेबाजों को रेस्ट नहीं देना चाहिए और यह कोशिश करनी चाहिए कि बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा एकसाथ खेलें. ताकि इनके बीच आपसी समझ और तालमेल और बेहतर हो सके.
सीनियर बल्लेबाजों का एकसाथ खेलना जरूरी: गावस्कर
गावस्कर ने आगे कहा, सीमित ओवर क्रिकेट में बल्लेबाजों के बीच अच्छी पार्टनरशिप के लिए यह जरूरी होता है कि उनके बीच तालमेल और आपसी समझ बेहतर हो. यह तभी संभव हो पाएगा, जब बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा एकसाथ खेलेंगे.
शास्त्री भी ब्रेक पर उठा चुके हैं सवाल
इससे पहले, टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी भारतीय खिलाड़ियों के ब्रेक पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि मुझे क्रिकेट से ब्रेक लेने में विश्वास नहीं है. मैं अपनी टीम और खिलाड़ियों को समझना चाहता हूं और फिर उसके मुताबिक टीम पर नियंत्रण करना चाहता हूं. मैं ईमानदारी से जानना चाहता हूं कि आखिर आपको इतने ब्रेक की जरूरत क्यों है?
टी20 विश्व कप में भारत उठा चुका है नुकसान
बता दें कि भारतीय क्रिकेट में बीते 1 साल से यह ब्रेक का कॉन्सेप्ट ज्यादा अमल में आया है. हालांकि, टी20 विश्व कप में इस रणनीति का भारत को खामियाजा उठाना पड़ा. केएल राहुल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी पिछले एक साल में एकसाथ बेहद कम खेली. कभी चोट तो कभी ब्रेक के कारण इनके बीच वैसा तालमेल बन नहीं पाया, जो टी20 विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में जरूरी होता है. पूरे टूर्नामेंट में यह सलामी जोड़ी एक बार भी 50 रन की साझेदारी नहीं कर पाई. नतीजा भारत सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गया.
सीनियर खिलाड़ियों के ब्रेक के नाम पर युवाओं को टी20 में काफी मौके मिले. लेकिन, यह प्रयोग काम नहीं आया. अब गावस्कर चाहते हैं कि भारतीय टीम अब यह गलती वनडे विश्व कप के लिए ना दोहराए. भारत ने पिछली बार 2013 में कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीता था. वहीं, 2011 में पिछली बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे के विश्व चैम्पियन बने थे.