राहुल गांधी की यात्रा रोकने की धमकी देने के बाद गुर्जर नेताओं के साथ सरकार ने बातचीत शुरू कर दी है। गुर्जर नेताओं और सरकार के बीच सहमति बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। गुर्जर नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों ने करीब दो घंटे तक बातचीत की। कल दोपहर एक बजे फिर वार्ता होगी।
मंत्रियों के साथ बातचीत में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से जुड़े नेताओं ने भर्तियों में एमबीसी आरक्षण के लंबित केस, गुर्जर आंदोलन से जुड़े मुकदमे वापस लेने, एमबीबीएस में फीस कम और 2020 में हुए समझौते की पालना करने की मांग की। साल 2020 के बाद पहली बार गुर्जर नेताओं के साथ सरकार की वार्ता हुई है।
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि आज वार्ता सकारात्मक हुई है,सरकार ने सभी मांगों को सुना है। कल दोपहर 1 बजे बैठक में सरकार की ओर से जवाब दिया जाएगा। अगर हमारी मांगे मानी गई तो भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करेंगे,अन्यथा यात्रा का विरोध किया जाएगा। उम्मीद है वार्ता के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। कल का इंतजार कीजिए, जो है सामने आ जाएगा, लेकिन हमें पाॅजिटिव रहना चाहिए, हम यह क्यों साेचें कि नहीं होगा।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि संघर्ष समिति से सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है।कल दोपहर 1 बजे फिर सचिवालय में बैठक होगी,इस बैठक में जो जायज मांगे हैं उन्हें माना जाएगा। पांच मांगों पर कल चर्चा होगी जिनमें रीट भर्ती, फीस, देवनारायण योजना से जुड़े मुद्दे हैं।
पायलट ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उनकी छवि धुमिल हो सके
पायलट की छवि खराब करने के लिए यात्रा का विरोध करने के सवाल पर विजय बैंसला ने कहा कि वो समझते हैं कि इतने बड़े व्यक्ति की छवि इतनी आसानी से धुमिल हो सकती है क्या। ऐसा तो हो नही सकता, उनकी छवि बहुत बड़ी है। वे प्रखर नेता हैं। छोटी-छोटी चीजों से किसी की छवि धुमिल नहीं होती। किसी की छवि खुद के कार्यों से धुमिल होती है। मुझे नहीं लगता कि सचिन ने ऐसा कोई काम किया है जिससे उनकी छवि धुमिल हो। किसी को लगता है तो यह उनका व्यक्तिगत विचार है।
समाज की जाजम पर न्योते नहीं दिए जाते
पायलट समर्थक गुर्जर विधायकों के विजय बैंसला पर बंद कमरों में अकेले आरक्षण से जुडी वार्ता करने के सवाल पर कहा- समाज की जाजम पर न्योते नहीं दिए जाते। जो समाज को होता है वह बिन बुलाए आता है। जो असली बगड़ावत होता है, वह खुइ समाज की जाजम पर आ जाता है। उसे पीले चावल देकर न्योता देकर नहीं बुलाया जाता। समाज में वीर योद्धा वह होता है जो कहता है कि यह मेरा सर है, इसे कलम कर लो, मैं आ गया। उनका क्या जो चूड़ी पहने हुए हैं?
पुष्कर की घटना का 2023 में समाज जवाब देगा
पुष्कर की घटना के पीछे पायलट की छवि खराब करने के षडयंत्र के आरोपों पर बैसला ने कहा कि इन आरोपों का जवाब समाज के लोग 2023 के विधानसभा चुनावों में देंगे। समाज की जाजम पर बुलाया नहीं जाता, समाज के जाजम पर तो बिन बुलाए ही जाते हैं।