वाशिंगटन: चीन की मशहूर और दिग्गज टेक कंपनियों पर अमेरिका ने बड़ा हथौड़ा चलाया है, क्योंकि अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चीनी दूरसंचार उपकरणों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिका ने चीनी कंपनियों हुआवेई Huawei जेडटीई ZTE समेत पांच चीनी कंपनियों द्वारा बनाए गए संचार उपकरणों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, जो बाइडेन प्रशासन ने चीन की हुआवेई टेक्नोलॉजीज और ZTE के नए दूरसंचार उपकरणो के अप्रूवल पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि वे अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अस्वीकार्य जोखिम पैदा करते हैं.
एफसीसी यानी यूएस फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन ने शुक्रवार को कहा, आज हमने अमेरिका में आयात या बिक्री के लिए अधिकृत होने से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अस्वीकार्य जोखिम माने जाने वाले संचार उपकरणों को प्रतिबंधित करने वाले नए नियमों को अपनाया है. यह नियम हुआवेई और जेडटीई के अलावा, चीन के सर्विलांस उपकरण निर्माता दहुआ टेक्नोलॉजी कंपनी, वीडियो सर्विलांस फर्म हांग्जो हिकविजन डिजिटल टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड और टेलीकॉम्स फर्म हाईटेरा कम्युनिकेशन्स कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाए गए उपकरणों की बिक्री या आयात पर रोक लगाता है.
अमेरिका के इस फैसला के मतलब है कि अब ये पांचों कंपनियां न तो चीन से माल मंगवाकर अमेरिका में बेच सकती हैं और न ही इनके प्रोडक्ट को अमेरिका में बिक्री के लिए मंजूरी मिलेगी. चीन की दिग्गज टेक कंपनियों पर अमेरिका ने ऐसे वक्त में हथौड़ा चलाया है, जब चीन के साथ उसके संबंध और भी अधिक बिगड़ते जा रहे हैं. अमेरिका को आशंका है कि बीजिंग अमेरिकियों की जासूसी करने के लिए चीनी तकनीकी कंपनियों का उपयोग कर सकता है.
एफसीसी की अध्यक्ष जेसिका रोसेनवर्सेल ने एक बयान में कहा कि ये नए नियम अमेरिकी लोगों को दूरसंचार से जुड़े राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों से बचाने के लिए चल रहे हमारे कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. हालांकि, अमेरिका के इस एक्शन पर हुआवेई ने कमेंट करने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं, जेटीई, दहुआ, हिकविजन और हाईटेरा ने भी इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
दरअसल, मार्च 2021 में तथाकथित कवर लिस्ट (जो उपकरण और सेवाओं दोनों को सूचीबद्ध करती है) में पांच चीनी कंपनियों को Huawei ZTE Hytera Communications Corp Hikvision और Dahua को अमेरिकी संचार नेटवर्क की सुरक्षा के उद्देश्य से 2019 के कानून के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था. इस कदम का रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों ने समर्थन किया है. एफसीसी जून 2021 से ही इन सभी कंपनियों के लिए सभी उपकरण प्राधिकरणों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा था.