गाजियाबाद में आज तीन हजार जोड़े एक-दूजे के हो गए। एक मंडप के नीचे हिंदू, मुस्लिम, सिख और बौद्ध धर्म के युवक-युवतियों की शादी हुई। एक तरफ पंडितों ने मंत्रोच्चार किया, वहीं दूसरी तरफ मौलवियों ने निकाह पढ़वाया। इस कार्यक्रम में तीन जिलों के करीब 30 हजार लोग जुटे। इनके नाश्ते से लेकर खाने तक के लिए प्रशासनिक स्तर पर बड़े प्रबंध किए गए। नाश्ते में सभी को चाय और ब्रेड पकौड़ा मिला तो खाने में पनीर की सब्जी, पूड़ी, छोले-चावल जैसे व्यंजनों का इंतजाम किया गया था।
कमला नेहरू पार्क में 3 जिलों का कार्यक्रम
श्रम विभाग की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन गाजियाबाद के कमला नेहरू पार्क में किया गया। सुबह 9 बजे से ये कार्यक्रम दोपहर करीब 3 बजे तक चला। श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों की शादी का जिम्मा यूपी सरकार ने उठाया था, उसी के तहत इसका आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में गाजियाबाद की 1710, बुलंदशहर की 794 और हापुड़ की 538 गरीब बेटियों की शादी हुई। इन बेटियों की पोशाक के लिए 10-10 हजार रुपए एडवांस में दिए जा चुके थे, जबकि 65-65 हजार रुपए विवाह के तुरंत बाद आज शाम तक खातों में भेज दिए जाएंगे।
मंत्री बोले- 5 लाख बेटियों की शादी करवाएगी सरकार
पहले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आना था। लेकिन वे किन्हीं कारणों से नहीं आ सके। यूपी सरकार के श्रम मंत्री अनिल राजभर, केंद्रीय राज्यमंत्री एवं गाजियाबाद सांसद जननल वीके सिंह, महापौर आशा शर्मा सहित जिले के जनप्रतिनिधि शामिल हुए। मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि योगी 2.0 कार्यकाल में पांच लाख गरीब बेटियों की शादी कराने का बीड़ा सरकार ने उठाया है। पिछले कार्यकाल में योगी सरकार ने 2 लाख 65 हजार बेटियों की शादी कराई थी। हमें पिछले टारगेट को तोड़ना है।
पंडित, मौलवी, ग्रंथी और भंतों ने कराए संस्कार
सामूहिक कार्यक्रम में 1863 हिंदू, 1172 मुस्लिम, 3 सिख और 4 बौद्ध बेटियों की शादी हुई। इसके लिए 50 पंडित, एक मौलवी, एक ग्रंथी और एक भंते मौजूद थे। उन्होंने सारे कर्मकांड कराए। जिला प्रशासन ने डेढ़ सौ से ज्यादा अधिकारियों की ड्यूटी कार्यक्रम स्थल पर लगाई थी। वहीं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पर्याप्त पुलिस बल भी तैनात रहा।