बरेल: एक युवक को तीन लड़कों ने जमीन में गिराकर जमकर पीटा था। इसका वीडियो भी सामने आया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।
पीड़ित का नाम कुलदीप है। 20 साल का कुलदीप अलीगंज के गैनी गांव का रहने वाला है। दैनिक भास्कर ने कुलदीप से बात की, तो वह फूट-फूट कर रोने लगा। बोला, मैं पूरी जिंदगी इस घटना को भूल नहीं सकूंगा। जैसे मेरे साथ 6 घंटे तक मारपीट की गई, ऐसे ही भगवान उनको भी सजा देगा।
मेरे साथ इतना हुआ, लेकिन गलती तक नहीं पता चली
कुलदीप ने बताया, मैं 28 अक्टूबर को हनुमान मंदिर सूदनपुर के भंडारे से अपने साथी पप्पू के साथ बाइक से घर लौट रहा था। मैं हनुमान मंदिर से कुछ दूरी पर पहुंचा ही था। तभी पीछे से दो बाइक पर 5-6 लोगों ने बाइक से मुझे उतार लिया। इसके बाद उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान पप्पू अपनी बाइक लेकर भाग निकला। उन लोगों ने पहले जमीन पर गिराकर लात-घूसों से पीटा। उसके बाद पीटते हुए सड़क से हटकर एक कच्चे रास्ते पर घसीटते हुए ले गए। वहां आधा घंटे तक डंडों से पीटते रहे। दो लोगों ने मेरे हाथ पकड़े और एक ने पैर पकड़े।
कुत्ते की तरह 400 मीटर तक घसीटकर ले गए
कुलदीप ने बताया, सुखपाल, रामौतार, भगवान दास और पिंटू को मैं जानता हूं। इन सभी ने मुझे पीटा। इन लोगों ने घर में भी बंधक बनाकर मुझे पीटा। बाद में पुलिस ने मुझे सुखपाल के घर से छुड़ाया। जमीन पर बेसुध हालत में मैं तड़पता रहा। मगर, मुझे वे लोग जमीन पर घसीटते हुए ले गए। ऐसे तो कोई जानवरों को भी नहीं मारता। सुखपाल और भगवान दास मुझे जमीन पर घसीटते हुए ले गए, तब मुझे होश था। पर मैं कुछ कर नहीं सकता था। मेरे साथ कुत्तों जैसा बर्ताव किया गया। अगले दिन पुलिस ने डॉक्टरी कराते हुए मेरा जिला अस्पताल में इलाज कराया।
कुलदीप पर है पूरे परिवार की जिम्मेदारी
कुलदीप अपने परिवार का इकलौता है। कुलदीप के पिता रामकुमार की सितंबर, 2018 में टीबी की बीमारी से मौत को चुकी है। परिवार में मेरी मां श्यामवती है, जो अकेली रहती हैं। बड़ी बहन तारावती और तुलसी की शादी हो चुकी है। वह दो साल पहले तक यहीं पर ठेला लगाता था, लेकिन उसके बाद हिमाचल चला गया था। दीपावली पर घर आया था। कुलदीप ने बताया, मेरी मां की मैं ही आखिरी उम्मीद हूं। पिता की मौत के बाद पूरा परिवार टूट गया है।
एक घूंट पानी के लिए तरस गया
कुलदीप ने बताया, मैं हाथ जोड़ता रहा कि आखिर मेरी गलती क्या है। उसके बाद सुखपाल नाम का व्यक्ति मुझे अपने घर ले गया। उसने घर पर बंधक बनाकर भी पीटा। मेरा पूरा शरीर सूज चुका था। पैर, जांघ, कमर और शरीर के हिस्सों में डंडे ही डंडे मारे गए। मैं जब चिल्लाता, तो मेरे मुंह पर लात मारी जाती। मैं भगवान के हाथ जोड़ता कि हे भगवान मेरी मां मंदिर जाती है, मां के नाम पर मुझे बचा ले। मैं मर गया तो मेरी मां भी मर जाएगी। 2 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक पीटा गया। उस समय मेरी मां दो पुलिसकर्मियों को लेकर सुखपाल के घर पहुंची और मुझे बचाया।
SP बोले- मामले की रिपोर्ट मांगी गई है
SP देहात बरेली राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि पूरे मामले में जांच कराई जा रही है। थाना प्रभारी से भी पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी गई है। वीडियो के आधार पर तीन लोगों को अरेस्ट कर शांतिभंग में कार्रवाई की गई है।