अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन 25 नवम्बर से जयपुर में होगा। यह अधिवेशन 27 नवम्बर तक चलेगा। राजस्थान में 18 साल बाद एबीवीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इससे पहले 2004 में जयपुर में यह अधिवेशन हुआ था। एबीवीपी हर साल अपना राष्ट्रीय अधिवेशन अलग-अलग प्रांत में करती है। पिछले साल यह जबलपुर में हुआ था। उससे पहले नागपुर में हुआ था। एबीवीपी भाजपा का छात्र संगठन है, यह इसका 68वां अधिवेशन होगा।
एबीवीपी का यह अधिवेशन सीतापुरा स्थित जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में होगा। एबीवीपी के पदाधिकारियों के लिए यूनिवर्सिटी कैम्पस में महाराणा प्रताप नगर बनाया गया है। जेईसीआरसी प्रशासन ने 18 से 28 नवम्बर तक यूनिवर्सिटी की छुटि्टयां घोषित कर दी हैं।
एबीवीपी के इस अधिवेशन में एबीवीपी के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही और राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुल्क जयपुर में पदभार ग्रहण करेंगे। इसके अलावा अधिवेशन में 27 नवम्बर को यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार 2022 दिया जाएगा। यह पुरस्कार महाराष्ट्र के नंदकुमार पालवे को दिया जाएगा।
योग गुरु रामदेव 25 को, धर्मेंद्र प्रधान 27 को शामिल होंगे
एबीवीपी के जयपुर में होने वाले इस अधिवेशन की तैयारियां चल रही हैं। इससें मुख्य अतिथि के रूप में योग गुरू बाबा रामदेव शामिल होंगे। इस अधिवेशन में बाबा रामदेव की मौजूदगी में समसामयिक स्थिति पर चर्चा, संगठनात्मक लक्ष्यों का निर्धारण और देशभर से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। 27 को होने वाले पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान होंगे। उनकी मौजूदगी में यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार दिया जाएगा।
22 को हल्दीघाटी-मानगढ़ से रवाना होकर 24 को जयपुर पहुंचेगी दो यात्राएं
अधिवेशन शुरू होने से पहले एबीवीपी राजस्थान में दो एतिहासिक स्थलों से अपनी यात्रा निकालेगी। ये यात्राएं मानगढ़ धाम और हल्दीघाटी से निकालेगी। ये यात्राएं 22 नवम्बर को शुरू होकर 24 नवम्बर को जयपुर पहुंचेगी। इसके बाद 25 नवम्बर से अधिवेशन शुरू होगा। इसमें अलग-अलग प्रांतों से जुड़े एबीवीपी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मानगढ़-हल्दीघाटी की मिट्टी के पैकेट पदाधिकारियों को देंगे
मानगढ़ से निकलने वाली यात्रा बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़,कोटा, बूंदी और टोंक होते हुए उदयपुर पहुंचेगी। वहीं हल्दीघाटी से शुरू होने वाली यात्रा नाथद्वारा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, अजमेर, किशनगढ़ और दूदू होते हुए जयपुर पहुंचेगी। मानगढ़ और हल्दीघाटी से पवित्र माटी के पैकेट लाए जाएंगे। ये पैकेट अधिवेशन में आने वाले पदाधिकारियों को दिए जाएंगे।
40 से ज्यादा प्रांत के 1500 कार्यकर्ता होंगे शामिल
एबीवीपी के इस अधिवेशन में देशभर से एबीवीपी के 40 से ज्यादा प्रांतों से जुड़े 1500 से ज्यादा कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल होंगे। एबीवीवी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर पूरी कार्यकारिणी इसमें शामिल होगी।