राजस्थान: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने की चेतावनी देकर सियासत की सुर्खियों में आए गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला अपने बयान पर अडिग हैं। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल करते हुए पूछा है कि हमने वोट MLA बनाने के लिए नहीं, CM बनाने के लिए दिए थे।
ऐसे में आप 3 तारीख को गुर्जर CM के साथ आए या फिर सवालों का जवाब लेकर आएं। दौसा जिले के पीपलखेड़ा स्थित एक होटल पर गुर्जर समाज के लोगों से चर्चा करने के बाद बैंसला ने कहा 2019 व 2020 का समझौता सरकार के पास पेंडिंग पड़ा हुआ है, जिसे राज्य सरकार नहीं कर रही है।
अब सरकार का टॉप शॉट तो राहुल गांधी ही हैं, ऐसे भी सरकार ने हमारा काम नहीं किया तो हम उनका रास्ता रोकेंगे। मैं पीपलखेड़ा-पाटोली की पावन धरा से राहुल गांधी से एक सवाल पूछना चाहता हूं कि आप कब एक गुर्जर को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाएंगे।
अब उन्हें सीएम बनाने का समय आ गया है और यदि नहीं बनाना चाहते तो सीधा-सीधा कह दीजिए नहीं बना रहे। उन्होंने कहा 4 साल हो गए हमें इंतजार करते हुए कि कब गुर्जर सीएम बनेगा। 8 विधायक हैं, किसी एक को बना दो, लेकिन बनाओ जरूर, हमें राजस्थान में गुर्जर सीएम देखना है। मेरे इस सवाल का जवाब आप लेकर आए तो ही राजस्थान में एंट्री करें अन्यथा न करें। इस जवाब के साथ 2019 व 2020 के समझौते का जवाब लेकर आएंगे तभी आप आ सकते हैं नहीं तो आपका खुलकर विरोध होगा।
युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर रहे राहुल गांधी
विजय बैंसला ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाकर आप युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं। इन्होंने ही तो आपको जिताकर सरकार बनाई है, क्या आपकी जिम्मेदारी नहीं बनती कि राजस्थान को गुर्जर सीएम दें।
जिस चीज को लेकर आपने कांग्रेस की सरकार बनाई है उसे लेकर आप खड़े तो होइए, साथ-साथ तो दुनिया चल लेती है, हम भी चल लेंगे। लेकिन गुर्जर सीएम बनाने का जो वादा आपने किया था वह कब पूरा होगा। हम इंतजार कर रहे हैं, 3 तारीख को आपसे जवाब लेंगे। गुर्जर मुख्यमंत्री बनाने की उम्मीद में समाज ने भाजपा के 13 गुर्जर विधायकों की आहुति देकर विधायक तो बना दिए, लेकिन सीएम कब बनेगा।
CM नहीं सुन रहे तो क्या लोगों को परेशान करूं
मुख्यमंत्री का विरोध करने के सवाल पर बैंसला ने कहा जब हम पटरी पर बैठे थे तब अशोक गहलोत की सरकार थी। वह सब करने के बाद समझौता हो गया था और अब अशोक गहलोत सुन नहीं रहे हैं तो फिर क्या मैं फिर से पटरी पर बैठूंगा। मैं छोटे से समझौते के लिए लोगों को परेशान नहीं करूंगा।
समझौता सरकार को पूरा करना है और हम राहुल गांधी को नहीं रोक रहे, समझौते की पालना नहीं करके अशोक गहलोत रुकवा रहे हैं। यदि राज्य सरकार समझौते की पालना कर देती है तो हम राहुल गांधी को नहीं रोकेंगे।
वहीं आरक्षण संघर्ष समिति के पूर्व सदस्यों द्वारा विरोध करने के सवाल पर कहा हमारी समाज की 70-75 लाख की आबादी है। सबकी अपनी अलग-अलग सोच हो सकती है, वो भी चाहते हैं कि 2019 व 2020 का समझौते लागू हो और हम भी यही चाहते हैं तो फिर बात तो एक ही है।
विजय बैंसला सोमवार शाम को पाटोली गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इसके बाद बैंसला ने पीपल खेड़ा गांव स्थित एक होटल पहुंचकर समाज के लोगों से चर्चा की। इस दौरान जिलाध्यक्ष महावीर रलावता, रूपसिंह खिरनी, मुरलीराम गुर्जर, रामराज भोपर, छगन सीमला समेत कई लोग मौजूद रहे।
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