भंवरलाल शर्मा के निधन से खाली हुई सरदारशहर विधानसभा सीट पर उप चुनाव में बीकानेर के नेताओं की सक्रियता साफ दिखाई दे रही है। भारतीय जनता पार्टी से जहां केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को जिम्मेदारी मिली हुई है, वहीं कांग्रेस से शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला सहित कई नेता पहुंच रहे हैं। इनके अलावा भी कई स्थानीय नेताओं को सरदारशहर में जातीय आधार पर जिम्मेदारियां दी गई है, जिन्होंने वहीं पर कैंप किया हुआ है।
भारतीय जनता पार्टी ने तो सरदारशहर उपचुनाव की पूरी कमान ही मेघवाल को सौंप रखी है क्योंकि मेघवाल कभी चूरू के जिला कलक्टर हुआ करते थे। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में मेघवाल ने यहां काफी समय तक काम किया। इस दौरान बने संपर्क का फायदा भाजपा लेना चाहती है। वहीं सरदारशहर में दलित वर्ग के वोट निर्णायक स्थिति में है, ऐसे में दलित वोट बैंक को प्रभावित करने के लिए भी मेघवाल कारगर साबित हो सकते हैं।
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ से जुड़े कई भाजपा नेताओं को भी सरदारशहर में अपने संपर्कों के आधार पर प्रचार करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। मेघवाल की टीम के सदस्य भी इसी विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बनाए हुए हैं। उप महापौर राजेंद्र पंवार, बीकानेर के महामंत्री मोहन सुराना, जतिन सहल को भी सरदारशहर भेजा गया है।
बीजेपी संभाग प्रभारी माधोराम चौधरी ने जतिन सहल को सरदारशहर के शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी है। ये टीम पिछले कई दिनों से सरदारशहर में जमी हुई है। जतिन सहल बताते हैं कि अलग अलग समाज के प्रतिष्ठित लोगों से मिलकर भाजपा की रीति नीति से अवगत कराया जा रहा है।
कांग्रेस से कल्ला सक्रिय
उधर, कांग्रेस ने बीकानेर से डॉ. बी.डी. कल्ला को सरदारशहर में सक्रिय किया है। हालांकि एक चुनावी सभा में कल्ला नजर आए। जहां भंवरलाल शर्मा से सात दिन पहले बातचीत होने का वीडियो वायरल हो गया। उधर, कल्ला ने अपने समर्थकों को सरदारशहर भेजा है। वहीं सरदारशहर के ब्राह्मण वोटों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं बीकानेर के कई जाट नेताओं को कांग्रेस ने सरदारशहर का जिम्मा दिया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द डोटासरा के निर्देश पर भी कांग्रेस के कई नेता सरदारशहर में नजर आ रहे हैं।