राजस्थान पहुंचने जा रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के विरोध को लेकर गुर्जर समाज दो फाड़ हो गया है। गुर्जर आरक्षण समिति के अध्यक्ष विजय बैसला ने मांगें नहीं मानने पर राहुल की यात्रा का विरोध करने का ऐलान किया। वहीं, दूसरे गुट ने इसे विजय का व्यक्तिगत निर्णय बताया। कहा कि वे पंचायत में अपना नेता चुनेंगे।
गुर्जर नेता बोले- विजय का यह व्यक्तिगत निर्णय, हम पंचायत में चुनेंगे नेता
रविवार को दूसरे गुट के गुर्जर नेताओं ने प्रेसवार्ता में कहा कि गुर्जर समाज की लंबित मांगें एक महीने में पूरी नहीं हुई तो गहलोत की सभाओं और दौरों का विरोध करेंगे। समिति के पदाधिकारी शैलेंद्र सिंह, कैप्टन जगराम सिंह और हाकम सिंह ने कहा- राहुल की सभा का विरोध करने का गुर्जर समाज का कोई निर्णय नहीं है। समाज की पंचायत में आंदोलन का निर्णय करेंगे। भारत जोड़ो यात्रा रोकने का फैसला विजय बैसला का व्यक्तिगत विचार है। यह समाज का विचार नहीं है। पंचायत के माध्यम से ही आंदोलन का नेतृत्व करने वाले का नाम चुना जाएगा।
वहीं, विजय बैसला का कहना है कि समाधान काे लेकर सरकार की तरफ से काेई आगे नहीं आया है। ऐसे में गुर्जर आरपार की लड़ाई लड़ने में पीछे नहीं हटेंगे। अब जाे कुछ भी हाेगा उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार हाेगी। गुर्जर समाज पुराने आंदाेलनाें की तरह किसी भी स्तर पर जाकर विराेध कर सकता है। खुद की मांगाें काे लेकर सड़क-ट्रेन मार्ग प्रभावित करने में भी पीछे नहीं रहेगा।
गुर्जराें का विराेध क्या है?
साल 2019 व 2020 में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के साथ 2 अलग-अलग समझाैते हुए। इनमें 54 बड़े मुकदमाें की वापसी, 15 हजार प्रक्रियाधीन भर्ती में एमबीसी आरक्षण का फायदा, 233 अभ्यर्थियाें काे रीट भर्ती में फायदा दिलाना आदि था।