डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर सत्यापित न कराने और एग्जाम फीस जमा न करने वाले कॉलेजों पर कार्रवाई की है। ऐसे 50 कॉलेजों मे छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इन कॉलेजों की लॉग इन आईडी भी बदं कर दी गई है। ये निर्णय परीक्षा समिति की बैठक के बाद लिया गया है। इससे पांच हजार से ज्यादा छात्र प्रभावित होंगे।
इसलिए उठाना पड़ा कदम
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि 25 से अधिक कॉलेज ऐसे हैं, जिनके 914 छात्रों के प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक अभी तक ऑनलाइन सत्यापित नहीं कराए गए हैं। इनको कई बार नोटिस जारी किया जा चुका है। अंक सत्यापित न होने के कारण अंकतालिका पर दर्ज नहीं हो पाए हैं, जिससे परिणाम भी रुक गया है।
वहीं, करीब 25 कॉलेज ऐसे हैं जिन पर चार हजार से ज्यादा छात्रों का परीक्षा शुल्क बकाया है। नोटिस भेजने के बाद भी सुनवाई नहीं की गई। ऐसे में इन 50 कॉलेजों में छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। अब परीक्षा समिति में मुहर लगने के बाद इनकी लॉग इन आईडी भी बंद कर दी गई है।
दागी कॉलेजों के नाम हो सार्वजनिक
कॉलेजों की लापरवाही के चलते करीब पांच हजार छात्रों को परेशान होना पडे़गा। इनकी पढ़ाई पर असर पडे़गा। वहीं, इस मामले में एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस एजूकेशन इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष रामेश्वर सिंह ने कहा कि परीक्षा शुल्क नहीं देने वाले और प्रायोगिक अंक सत्यापित नहीं करने वाले कॉलेजों के नाम भी सार्वजनिक किए जाएं, जिससे छात्रों को उनकी हकीकत पता चल सके और अन्य निजी कॉलेज की साख इससे प्रभावित न हो।