आजमगढ़: श्रद्धा जैसा हत्याकांड हुआ है। यहां शारजाह से आकर प्रेमी ने ही प्रेमिका को 5 टुकड़ों में काटा था। फिर शव को कुएं में फेंक दिया था। सिर को 6 किमी दूर फेंका। पुलिस ने आरोपी को घटने के 6 दिन बाद एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया। घटना अहिरौला थाने के पट्टी गांव की है।
SP अनुराग आर्य ने बताया कि युवक का नाम प्रिंस यादव है, जबकि लड़की का नाम आराधना है। दोनों की मुलाकात 2 साल पहले हुई थी। प्रिंस की बहन मंजू और आराधना एक ही क्लास में पढ़ती थी। इसी दौरान प्रिंस यादव का आराधना से अफेयर चलने लगा। दोनों के परिजनों को इसकी जानकारी थी। इस बीच प्रिंस शारजाह में नौकरी करने चला गया।
इसी दौरान फरवरी 2022 में युवती के परिजनों ने उसका विवाह अंबेडकरनगर कर दिया। लेकिन घरवालों ने विदाई नहीं की थी। इस बात का पता जैसे ही प्रिंस को चला। वो तत्काल घर लौटा। इसके बाद घरवालों से सलाह लिया। घरवालों ने उससे कहा कि उसकी शादी हो चुकी है। अब तुम रास्ते से हट जाओ। लेकिन प्रिंस ने घरवालों की बात नहीं मानी। फिर लड़की के घर पहुंचा। लड़की से शादी करने के लिए कहने लगा, लेकिन लड़की ने शादी करने से मना कर दिया।
मंदिर जाने के बहाने बुलाया
SP ने बताया कि इससे गुस्साया प्रिंस अपने मामा के घर अशरफपुर गया। प्रिंस ने युवती की हत्या की साजिश रची। इस योजना के तहत 16 नवंबर को मंदिर जाने के बहाने लड़की को बुलाया। फिर गन्ने के खेत में लेकर बांके से पांच टुकड़ों में काटा दिया। फिर टुकड़ों को बोरे में भरा। इसके बाद गौरी का पुरा स्थित कुएं में ले जाकर फेंक दिया। हत्या में प्रयोग बांका, युवती का सिर आदि बरामद कर लिया गया है।
पानी की जहाज मरम्मत करता है आरोपी
एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि शारजाह में प्रिंस यादव पानी की जहाज मरम्मत का कार्य करता था। मरम्मत करते-करते काटने के कार्यों में जानकारी हो गई थी। शारजाह में जाने से पहले आरोपी दिल्ली में मिठाई की पैकिंग करता था। दिल्ली में काम न बनता देख आरोपी जयपुर में दीवारों पर पुट्टी भराई का काम करता था। 10वीं फेल आरोपी की पढ़ने में कोई रुचि नहीं थी। जयपुर के बाद शारजाह चला गया और पानी की जहाज की मरम्मत का काम करने लगा।
हाथ के कड़े, कलावा और नेल पॉलिस के फोटो कराए गए डेवलप
एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि डेड बॉडी से मिले कड़े, कलावा और नेल पॉलिश की फोटो डेवलप कराया गया था। इसके साथ ही फोन पर सभी एसपी से बात कर DCRB के माध्यम से जानकारी जुटाई गई। 17 नवंबर को ही पूरे जनपद में जितने गुमशुदा महिला युवती हैं उनका डेटा बेस तैयार कर प्रत्येक केस का अध्ययन किया गया। इसके साथ ही दुर्वासा धाम पर लगे CCTV खंगाले गए। घटनास्थल के आस-पास 6 किलोमीटर के दायरे में सभी ट्यूबवेल में सर्च अभियान चलाया गया।
30 गांवों में सिविल ड्रेस में भेजे गए सिपाही
SP ने बताया कि आराधना के परिजनों ने थाने में 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। 18 नवंबर को आस-पास के 30 गांवों में 30 सिपाहियों की टीम सिविल ड्रेस में भेजी गई। यह सभी पुलिस कर्मी घटना-स्थल के आस-पास के गांवों में जाकर जानकारी जुटा रहे थे। इसी दौरान आराधना प्रजापति के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। पुलिस को आरोपी प्रिंस यादव की दो कॉल रिकार्डिंग भी मिली जो पुलिस तफ्तीश में बहुत काम आई।
खुलासे के लिए लगे 100 से अधिक पुलिसकर्मी
SP अनुराग आर्य ने खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया था। इसके साथ ही एसपी ग्रामीण, दो सर्किल ऑफिसर लालगंज और बूढ़नपुर, पांच इंस्पेक्टर, 15 दरोगा, 75 सिपाहियों के साथ दोनों एसओजी टीम और सर्विलांस टीम को मामले के खुलासे के लिए लगाया गया था।
अपराधियों पर कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध
SP आर्य ने कहा कि महिला संबंधी अपराध होने के कारण शिनाख्त के लिए बहुत कम चीजें थी। बॉडी के साथ सिर की मिसिंग थी। पांच दिन से सभी लोग लगे थे और एसपी ग्रामीण से लेकर सिपाही तक लगे रहे।मृतका की फोटो अटैच कर आस-पास के जिलों में भेजा गया और जिलों का सहयोग लिया गया।