मुरादाबाद के केजीके पीजी कॉलेज के टॉयलेट में मोबाइल छुपाकर महिला प्रोफेसर की वीडियो शूट करने का आरोपी कॉलेज कर्मी जेल जा चुका है। इस बीच कॉलेज के प्राचार्य ने छात्राओं और महिला स्टाफ को विश्वास दिलाया है कि कैंपस पूरी तरह सुरक्षित है।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वो महिला प्रोफेसर और स्टाफ की वीडियो शूट करने के लिए टॉयलेट में मोबाइल छुपाता था। उसके मोबाइल फोन से टॉयलेट की चार वीडियो मिली हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी कर्मचारी अभी तक कोई भी वीडियो शूट नहीं कर सका था। उसके फोन से जो वीडियो मिले हैं उनमें कुछ भी स्पष्ट और आपत्तिजनक नहीं होने का दावा पुलिस ने किया है। उसने पुलिस से कहा कि मैंने वीडियो बनाया, मगर मिस यूज नहीं किया।
पुलिस ने आरोपी से ही खुलवाया पैटर्न लॉक
मुरादाबाद के केजीके पीजी कॉलेज में विधि विभाग के टॉयलेट में एसोसिएट महिला प्रोफेसर की वीडियो शूट करने का ये मामला 10 नवंबर को सामने आया था। कॉलेज की एक महिला प्रोफेसर टॉयलेट गईं तो उन्होंने देखा कि बाल्टी के पीछे एक मोबाइल फोन छुपाकर रखा गया था। जिसका कैमरा चालू था और उसमें वीडियो शूट हो रही थी।
प्रोफेसर ने ये मोबाइल पुलिस को सौंपकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ये फोन कॉलेज के ही अंशकालिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेश कुमार का था। जिसमें पैटर्न लॉक लगा था। इस वजह से तब फोन की फोटो-वीडियो गैलरी चेक नहीं हो पाई थी। पुलिस ने राजेश पुत्र सियाराम निवासी दान सहाय की मिलक शाहपुर तिगरी खुशहालपुर को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने उसके फोन का पैटर्न लॉक खुलावाकर फोन चेक किया। जिसमे टॉयलेट की 4 वीडियो मिली हैं।