ताइपे: रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दुनिया के सामने एक और जंग का खतरा बड़े पैमाने पर सामने आया है. चीन लगातार ताइवान के आसपास अपने लड़ाकू विमानों और जंगी जहाजों को भेजकर तनाव को बढ़ाने का काम कर रहा है. ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने देश के चारों ओर 17 चीनी सैन्य विमानों और तीन नौसैनिक जहाजों को ट्रैक किया. जिसमें एक ड्रोन भी शामिल है, जो मध्य रेखा को पार कर गया. शुक्रवार (18 नवंबर) से शनिवार (19 नवंबर) तक चीन के तीन लड़ाकू विमानों ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुसपैठ की.
ताइवान न्यूज की एक खबर के मुताबिक एमएनडी ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के 17 सैन्य विमान और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के तीन जहाजों को ताइवान के आसपास ट्रैक किया गया. विमान में से एक ने मध्य रेखा को पार किया और तीन को एडीआईजेड में ट्रैक किया गया. मध्य रेखा को पार करने वाला विमान CASC रेनबो CH-4 टोही ड्रोन था. ADIZ के दक्षिण-पश्चिम कोने में घुसने वाले लड़ाकू विमानों में तीन की पहचान चेंगदू J-10 फाइटर जेट्स के रूप में की गई.
एमएनडी ने कहा कि उसने चीन के विमानों की घुसपैठ को रोकने के लिए लड़ाकू गश्ती विमानों को रवाना करने, रेडियो चेतावनी जारी करने और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात करने का काम किया. इस नई घुसपैठ के बाद इस महीने में ताइवान के आसपास ट्रैक किए गए चीनी सैन्य विमानों की कुल संख्या 356 और नौसैनिक जहाजों को संख्या 59 हो गई है. गौरतलब है कि ताइवान के मुद्दे पर लगातार बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इंडोनेशिया में G-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी. बाइडन ने इस मौके पर उम्मीद जताई थी कि जिनपिंग से मुलाकात में तनाव के प्रमुख बिंदुओं की पहचान करने में मदद मिलेगी.