29 नवम्बर से चलेगी बीजेपी का रथ: भारत जोड़ो यात्रा के बीच जन आक्राेश आंदोलन से बीजेपी गिनाएगी सरकार की विफलताएं

29 नवम्बर से चलेगी बीजेपी का रथ: भारत जोड़ो यात्रा के बीच जन आक्राेश आंदोलन से बीजेपी गिनाएगी सरकार की विफलताएं

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बीच बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के 4 साल पूरे होने को लेकर आंदोलन की तैयारी कर ली है। कांग्रेस की भारत जाेड़ो यात्रा के फिलहाल 3 दिसम्बर को राजस्थान पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसी बीच 29 नवम्बर से बीजेपी जन आक्रोश आंदोलन 2022 की शुरूआत करेगी। इस आंदोलन के तहत प्रदेशभर की हर विधानसभा में रथ यात्रा और जनसभाएं होंगी।

29 नवम्बर को जयपुर से बीजेपी का पहला रथ रवाना होगा। इसी तरह अलग-अलग विधानसभाओं में ये रथ घूमकर कांग्रेस सरकार के 4 साल पूरे होने पर उसे घेरने को काम करेगा। इसी बीच अलग-अलग सभाएं होंगी। जिनमें बीजेपी वर्तमान सरकार की विफलताओं को गिनाएगी। 17 दिसम्बर तक यह पूरा आंदोलन चलेगा। माना जा रहा है कि 17 दिसम्बर को बड़ी सभा के साथ इसे खत्म किया जाएगा।

देवनानी-चतुर्वेदी सहित नेताओं को जिम्मेदारी

इस जन आंदोलन के लिए बीजेपी ने नेताओं को जिम्मेदारी दे दी है। इसके तहत प्रदेशभर में शहर और देहात मिलकर 44 जगहों के जिला प्रभारी लगाए गए हैं। इनमें कई सीनियर नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है। इनमें अरुण चतुर्वेदी को नागौर शहर और देहात, वासुदेव देवनानी को जोधपुर शहर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को सीकर, घनश्याम तिवाड़ी को दौसा, किरोड़ीलाल मीणा को करौली, कालीचरण सर्राफ को टोंक की जिम्मेदारी दी गई है।

सीनियर नेताओं पर 5 से 10 विधानसभाओं का जिम्मा

शहर-देहात मिलाकर 44 जिलों के अतिरिक्त सीनियर नेताओं को प्रदेशभर की 5 से 10 विधानसभाओं में जाकर वहां आंदोलन के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल और कैलाश चौधरी शामिल हैं। ये प्रदेशभर के अलग-अलग हिस्सों में कई विधानसभाओं पर जिम्मेदारी संभालेंगे।

बढ़ते अपराध, भर्तियां और सियासी संकट पर घेरेगी बीजेपी

कांग्रेस के 4 साल होने पर बीजेपी सभी 200 विधानसभाओं में कांग्रेस को घेरेगी। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि कांग्रेस की सरकार में बढ़े अपराध और लगातार फेल हो रही भर्तियां सबसे बड़े मुद्दे होंगे। पीपर लीक होने के चलते रद्द हो रही भर्तियां और कांग्रेस में सियासी संकट के चलते गर्वनेंस पर पड़े असर जैसे मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरेंगे। बता दें कि 13 नवम्बर को झुंझूनु में हुई बीजेपी वर्किंग कमेटी की बैठक में अगले चुनाव को लेकर वर्किंग प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार हो गया था।

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