नवंबर के अंतिम दिनों में ठंड ने रफ्तार बढ़ा दी है। सर्दी बढ़ते ही लोगों ने स्वेटर का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। डॉक्टरों ने मौसम के इस बदलाव को गंभीरता से लेने को कहा है। जरा सी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शुक्रवार का तापमान नवंबर में इस बार का सबसे ठंडा रहा। शुक्रवार को तापमान सामान्य से 5 से 7°C कम दर्ज किया गया है।
तापमान के गिरने का क्रम रहेगा जारी
सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम वैज्ञािनक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने तापमान लगातार कम होने की बात कहीं है। उनके अनुसार, नवंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस तक रहता था। अधिकतम तापमान भी 30 से नीचे नहीं आता था। 16 नवंबर तक 29 से 31 के बीच अधिकत तापमान दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी देखी जाती रही है। पश्चिमी हवाएं चलने के बाद अचानक शीतलहर का अहसास भी होना शुरू हो गया।
अचानक मौषम में आया बदलाव
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दिन में धूप और गुनगुनी हो गई है। हवा में ठंडक ज्यादा महसूस की जाने लगी है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान में हल्की कमी देखी गई। जबकि 26.8 डिग्री सेल्सियस पर अधिकतम तापमान पहुंच गया था। शुक्रवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में अचानक काफी गिरावट रही। न्यूनतम तापमान 10.8 और अधिकत तापमान 25.0 रहने से ठंड बढ़ी है।